U-19 वर्ल्डकप फाइनल: 30 सालों के इतिहास में ये कारनामा करने वाले पांचवे बल्लेबाज़ बने मनजोत कालरा
साल 1988 से खेली जा रही अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप प्रतियोगिता में आज एक ऐसा रिकॉर्ड बना है जो अब तक सिर्फ चार बार देखा गया है.
नई दिल्ली: साल 1988 से खेली जा रही अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप प्रतियोगिता में आज एक ऐसा रिकॉर्ड बना है जो अब तक सिर्फ चार बार देखा गया है.
न्यूजीलैंड की धरती पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर 19 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत को जीत दिलाने वाले मनजोत कालरा ने बेहद ही खास रिकॉर्ड बनाया है. जीत के लिए मिले 217 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मनजोत ने नाबाद शतकीय पारी खेली.
अंडर 19 वर्ल्ड कप के फाइनल में शतक लगाने का कारनामा करने वाले मनजोत दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं. इससे पहले उन्मुक्त चंद ने साल 2012 के अंडर 19 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत को 111 रन बनाकर जीत दिलाई थी.
कब-कब किसने-किसने लगाया फाइनल में शतक:
मनजोत कालरा से पहले केवल 4 बल्लेबाज ही वर्ल्ड कप के फाइनल में शतक जमाने का कारनामा कर पाए हैं. अंडर 19 के वर्ल्ड कप में सबसे पहले साल 1988 में ब्रेट विलियम्स ने 108 रनों की पारी खेली थी.
इसके बाद साल 1998 के वर्ल्ड कप फाइनल में इंग्लैंड के स्टीफन पीटर्स ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 107 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया के जॉर्ड बुर्के ने साल 2002 के वर्ल्ड कप फाइनल में नाबाद 100 रनों की पारी खेली थी.
वहीं वर्ल्ड कप के फाइनल में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड उन्मुक्त चंद के नाम है, उन्होंने 2012 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 111 रनों की नाबाद पारी खेली थी.
फाइनल मुकाबले में शतक बनाने के साथ ही मनजोत कालरा भी इस खास क्लब में शामिल हो गए. मनजोत ने 102 गेंदों का सामना करते हुए 8 चौको और 3 छक्कों की मदद से 101 रनों की पारी खेली.