कोलकाता: हाल ही में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी विराट और टीम के सकारात्मक पहलुओं पर बात करते दिखे थे. जिससे उन्होंने टीम इंडिया का समर्थन भी किया था लेकिन अब टीम इंडिया के पूर्व ऑल-राउंडर मनोज प्रभाकर टीम पर प्रहार करते दिखे हैं.
मनोज ने शनिवार को कहा कि भारतीय टीम को पारी के पहले 20 ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी करनी होगी तभी जाकर मुकाबले में कुछ बात बनेगी.
मनोज ने साफ करते हुए कहा कि अगर "दक्षिण अफ्रीका में पहले 20 ओवरों में टीम इंडिया अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी नहीं कर सकती, तो फिर मेजबान टीम को उसकी धरती पर हरा पाना नामुमकिन है."
प्रभाकर ने कहा, "सबसे अहम चीज है कि आपको यह समझने की जरूरत है कि एक कंपल्सरी हुकर बल्लेबाज होने पर आप किस तरह गेंद का सामना करते हैं. अगर आप सामने से आ रही गेंद का सामना नहीं कर सकते, तो आप पिच पर टिक नहीं सकते. गेंद को जाने देना भी सीखना जरूरी है. मैं भी सलामी बल्लेबाज रहा हूं और जब मैं संघर्ष कर सकता हूं, तो वे क्यों नहीं कर सकते?"
मनोज का ये बयान भारतीय टीम के 2-0 से सीरीज़ गंवाने के बाद सामने आया है. टीम इंडिया को अब 24 जनवरी से शुरू होने वाले सीरीज़ के आखिरी मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका से जोहानिसबर्ग में भिड़ना है.
इसके साथ ही भुवनेश्वर को टीम से बाहर रखने के फैसले पर भी प्रभाकर ने कहा, "वह कैसे कह सकते हैं कि भुवनेश्वर इस विकेट पर गेंदबाजी नहीं कर सकते. आपने हवा में बहुत कम गेंदबाजों को गेंद स्विंग कराते हुए देखा है और भुवनेश्वर ऐसा कर सकते हैं. बाकी के गेंदबाज विकेट पर स्विंग कर सकते हैं. ऐसे में अगर आपके पास भुवनेश्वर जैसा गेंदबाज है, तो नई गेंद के साथ उनका इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता?"
वहीं रहाणे पर वो बोले, "टी-20 और वनडे पर आधारित टेस्ट टीम का ऐसा चयन शर्म की बात है. क्या आप टेस्ट मैच में ऋषभ पंत को ले सकते हैं. नहीं. रहाणे को शामिल करना चाहिए था."