विश्व कप 2019 में अब महज 8 महीने का समय बचा है. इस बीच भारतीय क्रिकेट टीम को 18 वनडे मुकाबले खेलने हैं लेकिन अभी तक टीम इंडिया सबसे बड़ी पहली को सुलझा नहीं पाई है. कागजों पर भले ही भारत की बल्लेबाजी क्रम मंझे हुए खिलाड़ियों से सजी हुई लगती हो लेकर पिच पर सच्चाई कुछ अलग है. 2015 विश्व कप के बाद से ही भारतीय टीम अपने उस खिलाड़ी की तलाश कर रही है जो मिडिल ऑर्डर को संभाल सके. इस पहले को सुलझाने की शुरुआत वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार से शुरू होने जा रही पांच मैचों की वनडे सीरीज के साथ होगी.


ऋषभ पंत करेंगे डेब्यू


भारत ने अजिंक्य रहाणे से लेकर दिनेश कार्तिक तक कई बल्लेबाजों को इस जगह पर आजमाया है लेकिन कोई भी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाया है. संभावना है कि कोहली मिडिल ऑर्डर में नया संयोजन आजमाने की कोशिश करेंगे और ऐसे में ऋषभ पंत को वनडे में डेब्यू करने का मौका मिल सकता है. उन्होंने टेस्ट मैचों में अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया था जिसमें ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ने के अलावा वेस्टइंडीज के खिलाफ 92 रन की दो पारियां शामिल रही.


पंत को दिनेश कार्तिक की जगह टीम में लिया गया है. वह पहले वनडे के लिए चुनी गयी 12 खिलाड़ियों की टीम में शामिल हैं लेकिन उन पर अच्छा प्रदर्शन करने का थोड़ा दबाव भी होगा.







 


धोनी पर होंगी निगाहें


सबकी निगाहें एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी पर होंगी जो हाल के दिनों में काफी खराब दौर से गुजर रहे हैं और टीम के लिए कोई उपयोगी पारी नहीं खेल पाए हैं. मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद हालांकि स्पष्ट कर चुके हैं कि विश्व कप तक धोनी पहली पसंद के विकेटकीपर बने रहेंगे.


धोनी एशिया कप में फॉर्म में नहीं दिखे. उनहोंने चार पारियों में 19.25 के औसत और 62.09 के स्ट्राइक रेट से 77 रन बनाए. इस साल अभी तक उन्होंने 15 मैचों में जो दस पारियां खेली हैं उनमें 28.12 की औसत और 67.36 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं.


चौथे नंबर पर उतरेंगे रायुडू


कप्तान विराट कोहली के वापसी के बाद पहले तीन जगहों पर बल्लेबाजी क्रम तो तय है. लेकिन चौथे नंबर पर फिर से बदलाव देखने को मिल सकता है. संभव है कि अब अंबाती रायुडु को नंबर चार पर उतारा जाए. उन्होंने एशिया कप में छह पारियों में 175 रन बनाए थे और उनसे घरेलू मैदान पर ऐसी ही बल्लेबाजी की उम्मीद होगी. दूसरी तरफ मनीष पांडे के लिए समय तेजी से निकल रहा है क्योंकि वह टीम में अपनी जगह पक्की करने में नाकाम रहे हैं.


दूसरी तरफ भारत को चोटिल हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में निचले क्रम में ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की सेवाएं भी मिलेंगी. उन्होंने एशिया कप में एक साल बाद वनडे में वापसी की और फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी अच्छा प्रदर्शन किया.







 


भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह पहले दो वनडे में नहीं खेल पाएंगे लेकिन मोहम्मद शमी और उमेश यादव कोशिश करेंगे कि टीम को उनकी कमी नहीं खले. कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की स्पिन जोड़ी फिर से अहम भूमिका निभाएगी.


एशिया कप में दो मैचों में प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले बायें हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद भी मौके का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे.


समस्या वेस्टइंडीज के साथ बरकरार


टेस्ट के विपरीत वनडे में वेस्टइंडीज की टीम अधिक प्रतिस्पर्धी नजर आती है. टीम को हालांकि क्रिस गेल और आंद्रे रसेल की कमी खलेगी. इविन लुईस का निजी कारणों से हटने से भी टीम को झटका लगा है.


यही नहीं कोच स्टुअर्ट लॉ आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन के कारण पहले दो वनडे में ड्रेसिंग रूम में नहीं आ पाएंगे जहां खिलाड़ियों की उनकी जरूरत पड़ेगी. वेस्टइंडीज के पास हालांकि अनुभवी मर्लोन सैमुअल्स, कप्तान और आलराउंडर जैसन होल्डर और तेज गेंदबाज केमार रोच हैं. भारतीय जमीन पर सैमुअल्स का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है और वो इसे दोहराने की कोशिश करेंगे.


बारसपारा स्टेडियम में यह दूसरा अंतरराष्ट्रीय और पहला वनडे मैच होगा. पिछले साल यहां भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी20 मैच खेला गया था. तब आस्ट्रेलियाई टीम की बस पर पत्थर फेंके गये थे जिसके कारण यह मैच चर्चा में रहा था.







 



टीमें इस प्रकार हैं :-
भारत (अंतिम 12 खिलाड़ी) :- विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायुडु, ऋषभ पंत, महेंद्र सिंह धोनी, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और के खलील अहमद.


वेस्टइंडीज:- जेसन होल्डर (कप्तान), फैबियन एलेन, सुनील एम्ब्रिस, देवेंद्र बिशू, चंदरपॉल हेमराज, शिमोन हेटमेयर, शाई होप, अलज़ारी जोसेफ, कीरेन पॉवेल, एशले नर्स, कीमो पॉल, रोवमैन पॉवेल, केमार रोच, मर्लन सैमुअल्स, ओशैन थॉमस और ओबेड मैककोय।


 


मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद एक बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा.