साउथ अफ्रीका बनाम भारत तीसरा टेस्ट मैच प्रीव्यू - पिछले डेढ साल से अपने होम ग्राउंड पर भारतीय टीम ने जिस स्थिति में दूसरे देशों को पहुंचाया आज वो खुद उसी मुकाम पर खड़ा है. भारतीय क्रिकेट टीम अब सम्माम बचाने मैदान पर उतरेगी. साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले दो टेस्ट हारने के साथ सीरीज गंवा चुकी टीम इंडिया के लिए तीसरे और आखिरी टेस्ट में सम्मान बचाने की मुश्किल चुनौती होगी.  

जहां केपटाउन में खेले गए पहले टेस्ट में उसे 72 रनों से हार मिली तो वहीं सेंचुरियन में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत को 135 रनों से हार का सामना करना पड़ा. हालाकि भारतीय टीम अगर 3-0 से भी हारती है तो टेस्ट क्रिकेट में उसकी बादशाहत कम नहीं होगी.


रहाणे की होगी वापसी
अभी तक चयन को लेकर आलोचनाएं झेलने के बाद आखिरकार भुवनेश्वर कुमार को उतारने का फैसला किया गया है. जोहान्सवर्ग का मौदान स्विंग गेंदबाजों को मदद देने वाला माना जाता है ऐसे में पहले दोनों टेस्ट में अपने चयन से चौंकाने वाले जसप्रीत बुमराह बाहर रहेंगे.

भारत के पांचों तेज गेंदबाजों ने नेट पर अभ्यास किया जबकि भुवनेश्वर, ईशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी ने जोड़ियों में बल्लेबाजी की. जो कि ये संकेत देते हैं कि इनका प्लेइंग इलेवन में चयन तय है.







 


भारतीय कप्तान तीसरे टेस्ट में एक और बदलाव कर सकते हैं. पिछले टो टेस्ट से बाहर चल रहे उपकप्तान अजिंक्य राहणे इस टेस्ट में वापसी करते दिख सकते हैं. तीन दिन के ब्रेक के बाद रविवार को जब टीम जुटी तब से अजिंक्य रहाणे लगातार नेट पर बल्लेबाजी कर रहे हैं. रहाणे कप्तान कोहली के भरोसेमंद कहे जाने वाले रोहित शर्मा की जगह लेंगे जो चार पारियों में सिर्फ 78 रन ही बना सके हैं. हालाकि यह भी संभव है कि कोहली छह बल्लेबाज और एक ऑलराउंडर के साथ चार गेंदबाजों को तरजीह दें.

कोहली के लिए बदले हुए हालात

छह महीने पहले कप्तान कोहली ने श्रीलंका पर 3-0 से जीत दिलाकर इतिहास रचा था. अब वह 3-0 से सीरीज हारने की कगार पर खड़े हैं. अभी तक साउथ अफ्रीकी सरजमीं पर कोई भारतीय टीम 3-0 सीरीज नहीं हारी है.

भारत 1992 से अब तक छह बार दक्षिण अफ्रीका का दौरा कर चुका है और 1996-97 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में 2-0 से हारा था. 2006 के बाद से पिछले तीन दौरों पर एक टेस्ट जीतने या ड्रॉ कराने में कामयाब रहा है.







 




वांडरर्स पर भारत का रिकॉर्ड शानदार
सीरीज गंवा चुकी टीम इंडिया को वांडरर्स के रिकॉर्ड से थोड़ी राहत मिल सकती है. भारत ने इस मैदान पर चार टेस्ट (नवंबर 1992, जनवरी 1997, दिसंबर 2006 और दिसंबर 2013) खेले हैं और एक भी गंवाया नहीं है.

भारत ने यहां 2006 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट जीता था जिसमें श्रीसंत ने 99 रन देकर आठ विकेट लिए थे.

11 साल बाद भारतीय टीम उसी हरी भरी और उछाल भरी पिच पर खेलेगी. पिच क्यूरेटर बेथूएल बूथेलेजी ने रविवार को कहा था कि अब पिच पर से घास नहीं हटाई जाएगी. मैच शुरू होने में 24 घंटे बाकी हैं और वह अपनी बात से डिगे नहीं हैं.

फिर बदलेगी प्लेइंग इलेवन

कोहली ने अपनी कप्तानी में खेले गए 34 टेस्ट में कभी भी एक टीम नहीं उतारी है. इस मैच में भी बदलाव देखने को मिलेंगे.

सोमवार को आर अश्विन ने नेट पर बल्लेबाजी नहीं की जबकि रविंद्र जडेजा ने खूब पसीना बहाया. भारत अगर एक स्पिनर को लेकर उतारता है तो जडेजा को मौका मिल सकता है.

बिना स्पिनर के छह बल्लेबाजों को लेकर उतरने पर कोहली हरफनमौला तेज गेंदबाज के रूप में हार्दिक पंड्या को उतार सकते हैं. पार्थिव पटेल का खराब फॉर्म के बावजूद खेलना तय है.

दूसरी ओर साउथ अफ्रीका किसी तरह की दुविधा में नहीं है. सलामी बल्लेबाज एडेन मार्कराम दूसरे टेस्ट में जांघ में लगी चोट के बाद लौटेंगे.

वैसे साउथ अफ्रीका अपनी बेंच स्ट्रेंथ को भी आजमा सकता है चूंकि उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है.

वैसे सेंचुरियन टेस्ट के बाद साउथ अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने संकेत दिये थे कि उनकी नजरें नंबर वन रैंकिंग पर है. इसके लिए उन्हें भारत को 3-0 से हराने के अलावा ऑस्ट्रेलिया को भी 2-0 से मात देनी होगी.

टीमें :-
भारत :- विराट कोहली ( कप्तान ), शिखर धवन, मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, पार्थिव पटेल.

साउथ अफ्रीका :- फाफ डु प्लेसिस ( कप्तान ), डील एगर, एडेन मार्कराम, हाशिम अमला, थेनिस दे ब्रूने, किंटोन डिकाक, केशव महाराज, मोर्नी मोर्कल, क्रिस मौरिस, वेर्नोन फिलैंडर, कागिसो रबाडा, एंडिले फेलुकवायो, लुंगी एंगिडि, डुआने ओलिवियर.

मैच का समय :- दोपहर 1.30 से.