विजय हजारे ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में गुरूवार को दिल्ली का सामना झारखंड से होगा. हालाकि मुकाबले को बारिश की नजर लग सकती है. पिछले कुछ दिनों से बेंगलुरू में भारी बारिश हो रही है और इसके कल भी होने के पूरे अनुमान है. मुकाबला एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा जहां की ड्रेनेज व्यवस्था शानदार है लेकिन अगर बारिश के कारण एक भी ओवर का खेल नहीं हुआ तो दिल्ली के फाइनल में पहुंचने की संभावना खत्म हो जाएगी.
बुधवार को मुंबई और हैदराबाद के बीच खेला गया पहला सेमीफाइनल भी बारिश की भेंट चढ़ा जिसमें दूसरी पारी में सिर्फ 25 ओवर का खेल हो पाया. मुंबई उस वक्त वीजेडी नियम के मुताबिक 60 रन आगे थी और उसे जीत मिल गई.
खेल न होने पर
नियम के मुताबिक अगर बारिश के कारण खेल नहीं हो पाया तो ग्रुप स्टेज में दोनों टीमों में जिस टीम की स्थिति बेहतर थी उसे आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. ग्रुप मैच में झारखंड ने सबसे अधिक 32 प्वाइंट अर्जित किए, ऐसे में अगर कल मैच नहीं हो पाता है तो वो फाइनल में जगह बना लेगी. दिल्ली ग्रुप बी में भले ही नंबर वन टीम रही लेकिन उसके सिर्फ 26 प्वाइंट हैं.
दूसरी बार बनेगी चैंपियन
विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास की बात करें तो दोनों ही टीम ने एक-एक बार इस टूर्नामेंट पर कब्जा जमाया है. झारखंड ने 2010-11 सीजन में फाइनल में गुजरात को हराया था तो 2012-13 के सीजन में दिल्ली ने असम को मात देकर खिताब अपने नाम किया था.
दिल्ली के बल्लेबाजों और झारखंड के गेंदबाजों की टक्कर
गौतम गंभीर की अगुवाई वाली दिल्ली को सेमीफाइनल में झारखंड के बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना होगा. कप्तान गौतम गंभीर की टीम में उन्मुक्त चंद, नीतीश राणा और ध्रुव शोरे जैसे खिलाड़ी शामिल हैं. खुद गंभीर ने उदाहरण पेश करते हुए टूर्नामेंट में अब तक दो शतक सहित 490 रन बनाए हैं.
दूसरी तरफ झारखंड ने जहां शाहबाज नदीम और अनुकूल रॉय स्पिन जोड़ी और तेज गेंदबाज राहुल शुक्ला व वरूण एरोन वाले अपने बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण की बदौलत महाराष्ट्र के खिलाफ शानदार जीत दर्ज की. नदीम 22 विकेट झटककर टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज हैं. अनुकूल रॉय ने भी 14 विकेट हासिल किये हैं और वह बारिश से प्रभावित क्वार्टरफाइनल में चार विकेट चटकाकर मैन आफ द मैच बने थे.