टेस्ट दर्जा मिलने के 36 साल बाद श्रीलंका चौथी बार कैरेबियाई दौरे पर है जहां टीम पहली बार तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी. दोनों ही टीम इस सीरीज के साथ अपने खोई पहचान हासिल कना चाहेगी. पहला मुकाबला बुधवार को क्वींस पार्क ओवल मैदान पर खेला जाएगा. पिछली बार दस साल पहले महेला जयवर्धने की अगुवाई में श्रीलंका ने वेस्टइंडीज में पहली टेस्ट जीत दर्ज की थी.


दोनों टीमें दो साल के अंतराल के बाद टेस्ट में एक-दूसरे के आमने-सामने हो रही हैं. इससे पहले, वेस्टइंडीज और श्रीलंका अक्टूबर-2015 में सफेद कपड़ों में भिड़े थे.


बात अगर श्रीलंका टीम की करें तो पिछले सात मैचों में श्रीलंका को सिर्फ एक में हार का सामना करना पड़ा जब उसे भारत ने हराया. इसके अलावा श्रीलंका ने यूएई में पाकिस्तान को 2-0 से मात दी और बांग्लादेश को भी इसी अंतर से हराया. इस मैच की अगर बात की जाए तो श्रीलंका का पलड़ा मेजबान टीम पर भारी है और वह इतिहास रच सकती है. वहीं जेसन होल्डर की कप्तान वाली विंडीज ने अपना आखिरी टेस्ट दिसंबर 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था.


वैसे प्रमुख खिलाड़ियों की समस्याओं के कारण श्रीलंका के लिए चुनौती कठिन हो गई है. सलामी बल्लेबाज दिमुथ करूणारत्ने, तेज गेंदबाज दुष्मंता चामीरा और नुवान प्रदीप चोट के कारण बाहर हैं.


फॉर्म में चल रहे धनंजय डिसिल्वा पिता की हत्या के बाद स्वदेश रूकना पड़ा. वेस्टइंडीज रवाना होने से पहले उनके पिता राजनेता रंजन डिसिल्वा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वह पहले मैच में नहीं खेल सकेंगे लेकिन बाकी दो टेस्ट के लिए उपलब्ध रहेंगे. टीम की बल्लेबाजी रोशन सिल्वा, कुशल मेंडिस, और धनंजय डी सिल्वा पर निर्भर रहेगी. टीम के पास कप्तान दिनेश चंडीमल जैसा बल्लेबाज है जो मध्यक्रम को स्थिरत प्रदान करेगा. इन सभी के अलावा निरोशन डिकवेला, कुशल परेरा और ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज पर भी काफी कुछ निर्भर रहेगा. गेंदबाजी सुरंगा लकमल पर श्रीलंका की जिम्मेदारी होगी. लाहिरू गमागे और लाहिरू कुमारा उनका साथ देंगे. स्पिन में श्रीलंका के पास रंगना हेराथ और अकिल धनंजय जैसे अच्छे गेंदबाज हैं.


वहीं वेस्टइंडीज की बात करें तो उनकी बल्लेबाजी क्रैग ब्रैथवेट पर निर्भर होगी. वह विंडीज की बल्लेबाजी की धुरी हैं. उनके अलावा टीम शाई होप, रोस्टन चेस पर भी काफी हद तक निर्भर करेगी. विंडीज ने इस सीरीज के लिए डेवोन स्मिथ और केरन पावेल को वापस बुलाया है जिससे टीम की बल्लेबाजी को गहराई मिलेगी. गेंदबाजी में टीम की दारोमदार शेनन गेब्रिएल पर होगा. उनके अलावा कप्तान होल्डर, केमर रोच, मिग्युएल कमिस और लेग स्पिनर देवेंद्र बिशू का साथ उन्हें मिलेगा.


टीमें :


वेस्टइंडीज : जेसन होल्डर (कप्तान), देवेंद्र बिशू, क्रैग बै्रथवेट, रोस्टन चेस, मिग्युएल कमिंस, शेन डॉवरिच (विकेटकीपर), शेनन गैब्रिएल, जेमर हेमिल्टन, शिमरोन हेटमायेर, शाई होप, केरन पावेल, केरम रोच, डेवोन स्मिथ.


श्रीलंका : दिनेश चंडीमल (कप्तान), महेला उदावाटे, कुशल मेंडिस, कुशल जानिथ परेरा, धनंजय डी सिल्वा, रोशेन सिल्वा, एंजेलो मैथ्यूज, निरोशन डिकवेला (विकेटकीपर), रंगना हेराथ, दिलरुवान परेरा, अकिला धनंजय, जैफ्री वेंडरसे, लाहिरू गमागे, कासुन रजिथा, सुरंगा लकमल, लाहिरू कुमारा, अशिथा फर्नाडो.