Matt Renshaw as Concussion Substitute: भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच दिल्ली में खेले जा रहे टेस्ट मैच से डेविड वॉर्नर बाहर हो चुके हैं. बल्लेबाजी के दौरान मोहम्मद सिराज की गेंद पर लगी चोट के कारण अब वह मैदान पर नहीं लौट सकेंगे. उनकी जगह मैट रैनशॉ (Matt Renshaw) अब कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर ऑस्ट्रेलियाई टीम की प्लेइंग-11 का हिस्सा हैं.
क्रिकेट में पहले कन्कशन सब्सटीट्यूट जैसा कोई विकल्प नहीं था लेकिन अब अगर प्लेइंग-11 में शामिल कोई खिलाड़ी इस तरह चोटिल हुआ है कि वह खेलने में असमर्थ है तो उसकी जगह टीमें कन्कशन सब्सटीट्यूट का इस्तेमाल कर सकती है. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इस विकल्प का सबसे पहले उपयोग करने वाली टीम ऑस्ट्रेलिया ही थी.
एशेज 2019 में जोफ्रा आर्चर की एक बाउंसर पर स्टीव स्मिथ बुरी तरह चोट खा बैठे थे. एशेज का यह दूसरा ही टेस्ट था. इस टेस्ट की पहली पारी में स्मिथ 92 रन बनाकर आउट हुए थे. लेकिन इसके बाद वह मैदान पर नहीं उतरे. ऐसे में उनकी जगह मार्नस लाबुशेन को कन्कशन सब्सटीट्यूट उतारा गया. लाबुशेन ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में स्मिथ की जगह लेते हुए 59 रन की महत्वपूर्ण पारी खेलते हुए मैच को ड्रॉ करा दिया था.
टेस्ट क्रिकेट में नंबर-1 बल्लेबाज है लाबुशेन
वैसे तो लाबुशेन अक्टूबर 2018 में ही टेस्ट डेब्यू कर चुके थे. लेकिन वह कुछ खास रंग नहीं जमा पा रहे थे. लेकिन एशेज में कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर उतरने के बाद से लाबुशेन की किस्मत कुछ इस कदर बदली कि उन्होंने बैक टू बैक बड़ी पारियां खेलीं और अब हाल यह है कि वह टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 बल्लेबाज हैं.
क्या मैट रैनशॉ भी कर पाएंगे करिश्मा?
मैच रैनशॉ नवंबर 2016 में टेस्ट डेब्यू कर चुके हैं. पिछले भारत दौरे पर भी वह ऑस्ट्रेलिया टीम की स्क्वाड में शामिल थे. उन्होंने तब बेहतर प्रदर्शन भी किया था. हालांकि इसके बाद लंबे अरसे तक मैट रैनशॉ ऑस्ट्रेलियाई स्क्वाड से बाहर रहे हैं. भारत दौरे से पहले हुई दक्षिण अफ्रीका सीरीज से उन्हें टेस्ट टीम की प्लेइंग-11 में वापसी हुई है. वह नागपुर में हुए टेस्ट मैच में भी शामिल थे लेकिन यहां वह दोनों पारियों में कुल 2 रन ही बना पाए. ऐसे में दिल्ली टेस्ट से उन्हें बाहर रखा गया था.
रैनशॉ भले ही नागपुर टेस्ट में फ्लॉप रहे थे और दिल्ली टेस्ट की शुरुआती प्लेइंग-11 से बाहर कर दिए गए थे लेकिन वह स्पिन के खिलाफ अच्छा खेल दिखा सकते हैं. उन्हें पिछली बार के भारत दौरे का अच्छा अनुभव भी है. ऐसे में यह खिलाड़ी निश्चित तौर पर कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर उतर कर लाबुशेन के नक्शे कदम पर चल सकता है.
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