ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू मैच में अर्द्धशतकीय पारी खेलकर मयंक अग्रवाल ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की एक बड़ी मुश्किल को हल कर दिया है. लगातार फ्लॉप हो रहे लोकेश राहुल और मुरली विजय की ओपनिंग जोड़ी की जगह टीम में जगह पाए मयंक ने अपने डेब्यू मैच में अर्द्धशतक जड़ कर एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.
मयंक ऑस्ट्रेलिया की धरती पर डेब्यू मैच में अर्द्धशतक लगाने वाले भारत के दूसरे बल्लेबाज बने हैं. मयंक से पहले दत्तू फडकर ने साल 1947 में ऑस्ट्रेलिया की धरती पर डेब्यू मैच में 51 रनों की अर्द्धशतकीय पारी खेली थी.
मयंक अग्रवाल 71 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की धरती पर डेब्यू मैच में शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने हैं. इसके साथ ही मयंक भारत के सातवें बल्लेबाज हैं जिन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट के डेब्यू में अर्द्धशतक लगाया है.
मयंक ने 161 गेंदों का सामना करते हुए 76 रनों की पारी खेली जिसमें आठ चौके और एक छक्का शामिल था. इस दौरान मयंक ने महज 95 गेंदों में ही अपना अर्द्धशतक पूरा कर लिया था.
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. मयंक अग्रवाल के साथ इस मुकाबले में हनुमा विहारी ओपनिंग करने उतरे. हलांकि विहारी अधिक समय तक क्रिज पर नहीं टिक सके और महज आठ रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार बने.
इसके बाद मयंक ने पुजारा के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी की.
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारतीय टीम दो विकेट के नुकसान पर 215 रन बना लिए है. भारत के लिए चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली क्रिज पर मौजूद हैं.
पुजारा टेस्ट क्रिकेट में 21वां अर्द्धशतक पूरा करते हुए 68 रन बनाकर नाबाद हैं जबकि कप्तान कोहली 47 रन बनाकर नाबाद पवेलियन वापस लौटे.