भारत के खिलाफ WT20 फाइनल की हार पर मिस्बाह ने तोड़ी चुप्पी
आने वाली 24 तारीख को वर्ल्ड टी20 विश्वकप जीत की वो मीठी याद भारतीय फैंस के ज़हन में एक बार फिर तरो ताज़ा हो जाएगी. इसके साथ ही पाकिस्तानियों को मिस्बाह के उस एक गलत शॉट का दर्द एक बार फिर से चुभेगा
नई दिल्ली: आने वाली 24 तारीख को वर्ल्ड टी20 विश्वकप जीत की वो मीठी याद भारतीय फैंस के ज़हन में एक बार फिर तरो ताज़ा हो जाएगी. इसके साथ ही पाकिस्तानियों को मिस्बाह के उस एक गलत शॉट का दर्द एक बार फिर से चुभेगा लेकिन पहले वर्ल्ड टी20 हार के पूरे 9 साल बाद मिस्बाह ने अपने उस एक गलत शॉट को लेकर चुप्पी तोड़ दी है.
साल 2007 वर्ल्ड टी20 का वो फाइनल मैच और उसमें कप्तान धोनी का जोगिंदर शर्मा से कराया गया आखिरी ओवर भारतीय क्रिकेट फैंस को अब तक याद है. इस वर्ल्ड टी20 फाइनल में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 5 रनों से करारी शिकस्त देकर मुकाबला जीत लिया था.
इस मुकाबले में एक वक्त पर मिस्बाह उल हक ने ऐसा खूंटा गाढ़ दिया था जिससे भारतीय समर्थकों को लगने लगा था कि अब टीम इंडिया की हार निश्चित है लेकिन उस वक्त जोगिन्दर शर्मा की तीसरी गेंद पर जब पाकिस्तान को 4 गेंदों में मात्र छह रनों की ज़रुरत थी मिस्बाह ने स्कूप शॉट खेला जो हवा में जाकर फ़ाईन लेग पर खड़े श्रीसंत के हाथ में गया और इस तरह भारत ने उस मैच को 5 रनों से जीत लिया.
मिस्बाह के इस शॉट की पूरे पाकिस्तान में जमकर आलोचना हुई लेकिन उन्होंने इसके 9 साल बाद हाल ही में पाकिस्तान के फेमस शो दी स्पोर्ट्समैन में वसीम अकरम के सामने अपने स्कूप शॉट को लेकर खुलासा किया.
मिस्बाह ने कहा 'मैं जब भी मुश्किल परिस्थिति में होता था तब मैं स्कूप शॉट खेला करता था जो कि मेरा फेवरेट शॉट था, मैंने कई बार ऐसे हालात में उस शॉट का इस्तेमाल किया था और मुझे इसमें कामयाबी भी मिली. इस शॉट को मैं अपना पेट शॉट भी मानता था.'
मिस्बाह ने कहा कि, 'धोनी उस समय विकटों में सट कर कीपिंग कर रहे थे इसीलिए उस गेंद पर मैंने वो शॉट खेलने का फैसला किया लेकिन उस समय किस्मत मेरे साथ नहीं थी और गेंद सीधे फील्डर के हाथ में चली गई और हम मुकाबला हार गए.'
इस शो के दौरान मिस्बाह ने कहा कि 'कई बार आपकी सबसे बड़ी ताकत ही आपकी सबसे बड़ी कमजोरी बन जाती है.'