भारत की सबसे कामयाब महिला क्रिकेटर मिताली राज (Mithali Raj) ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा है. यह कदम उठाने के कुछ दिन बाद ही मिताली राज ने 2018 में कोच रमेश पंवार के साथ हुए विवाद पर चुप्पी तोड़ी है. मिताली राज का कहना है कि वो एक ऐसी घटना थी जिसने उन्हें काफी ज्यादा परेशान किया.
इस विवाद की शुरुआत उस वक्त हुई थी जब 2018 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में मिताली राज को टीम में जगह नहीं मिली. इसके बाद कोच और खिलाड़ियों की बीसीसीआई अधिकारियों के साथ अलग अलग मीटिंग हुई.
विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए मिताली राज ने कहा, ''जब आप खुद को इस तरह के विवाद के बीच में पाते हैं तो आपके लिए सीधे तौर पर कुछ भी समझना मुमकिन नहीं है. आप हर तरह के इमोशंस को महसूस कर रहे होते हैं. आप दिमाग से सोचने की कोशिश करें तब भी ज्यादा कुछ नहीं बदलाव है. यह आज भी ऐसा है जो दुख देता है.''
पंवार की हुई वापसी
मिताली का मानना है कि हर कोई भी कहानी का एक हिस्सा जानता है. पूर्व कप्तान ने कहा, ''आपको कुछ टाइम लेना चाहिए और बाहर निकलना चाहिए. इसके लिए बहुत हिम्मत चाहिए होती है. लेकिन ठीक है क्योंकि मुझे पता है मुझे क्या चाहिए. मेरे लिए क्रिकेट खेलना जरूरी है. और जो मैं कर सकती हूं वो हमेशा बेस्ट किया है.''
बता दें कि 2018 के टी20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोचिंग डिपार्टमेंट में सिर्फ एक बदलाव हुआ है. इस विवाद के बाद रमेश पंवार को हटा दिया था और उनके स्थान पर डब्लू वी रमन कोच बने थे. लेकिन 2021 में रमेश पंवार की दोबारा कोच पद पर वापसी हुई.
Sachin Tendulkar के बाद उमरान मलिक ने किया है सबसे ज्यादा प्रभावित, पूर्व कप्तान का दावा