नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज अगले साल अपनी आत्मकथा लोगों के सामने पेश करेंगी जिसमें उनके निजी और खेल जीवन के दिलचस्प और रोचक पलों का भी खुलासा होगा.



पेंग्विन रेंडम हाउस इंडिया ने आज घोषणा की कि उसने इस आत्मकथा के अधिकार हासिल किए हैं.



मिताली ने कहा कि वह अपनी कहानी साझा करने को लेकर रोमांचित हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि इस किताब के जरिये लोगों को इसके बारे में पता चलेगा.



मिताली को भारतीय महिला क्रिकेट को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने का श्रेय जाता है. इस अर्जुन पुरस्कार विजेता ने 19 साल के उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ 2002 में टानटन में दूसरे और अंतिम टेस्ट में 214 रन की पारी खेली.



वह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 51 . 58 की औसत से 6190 रन के साथ विश्व में सर्वाधिक रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज हैं. वह उन पांच महिला खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनका औसत 50 रन से अधिक है और साथ ही वह एकमात्र खिलाड़ी हैं जिसने लगातार सात एकदिवसीय मैचों में अर्धशतक जड़े हैं.