मोहाली: इंग्लैंड के खिलाफ पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय निचले क्रम ने न सिर्फ टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया बल्कि कई अनोखे रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं. निचले क्रम में रवींद्र जडेजा (90), रविचन्द्रन अश्विन (72) और जयंत यादव (55) ने अर्धशतकीय पारियां खेलेते हुए भारत को पहली पारी में 417 के स्कोर तक पहुंचाया. 



 



भारतीय टेस्ट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सातवें क्रम से नीचे के तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए हों. वहीं टेस्ट क्रिकेट में यह कुल 14वां मौका है जब सातवें क्रम के नीचे के तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतकीय पारियां खेली हों. 



 



इसके अलावा यह चौथा मौका था जब भारत ने 200 रनों से ज्यादा से स्कोर पर अपने छह विकेट गंवाने के बाद दोगुना स्कोर बनाया हो. भारत का पहली पारी में छठा विकेट 204 के कुल योग पर गिरा था. 



 



इससे पहले भारत ने 1989-90 में हेमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी बार यह कारनामा किया था. भारत ने इस मैच में भी 204 रनों पर छह विकेट गंवा दिए थे और फिर उसके बाद 416 रन बनाए थे. 



 



सातवें क्रम के नीच के बल्लेबाजों ने इस मैच में 230 रन बनाए हैं. इससे पहले दो ही बार ऐसा हुआ है जब सातवें क्रम के नीचे के बल्लेबाजों ने 200 से ज्यादा रन जोड़े हों. इससे पहले 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ 259 और 2013-14 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 259 रन बनाए थे. 



 



भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने पिछले एक दशक में इंग्लैंड के खिलाफ 21 टेस्ट मैचों में 24 बार 50 से अधिक का स्कोर किया है. 50 से ज्यादा स्कोर की 24 पारियों में से 12 तो पिछली दो सीरीज में ही इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई हैं.