पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑल-राउंडर मोहम्मद नबी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए एकमात्र ऐतिहासिक टेस्ट मैच में जीत के बाद अब नबी कभी भी अफगानिस्तान की जर्सी में नहीं दिखेंगे. लेकिन अब टेस्ट से खुद को अलग करने के बाद नबी ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए हैं.


मोहम्मद नबी ने कहा है कि अगर विश्वकप से ठीक पहले कप्तानी को लेकर बड़े फैसले नहीं किए गए होते तो टीम विश्वकप में इतना खराब प्रदर्शन नहीं करती. नबी ने साफ तौर पर कहा है कि विश्वकप से तुरंत पहले कप्तान बदलना एक बड़ी भूल थी.

विश्व कप से पहले अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने असगर अफगान की जगह गुलबदीन नैब को कप्तान बनाया था. जिसके बाद टीम प्रतियोगिता में एक भी मैच नहीं जीत पाई.

नबी ने बांग्लादेश के खिलाफ मिली ऐतिहासिक टेस्ट जीत के बाद कहा, "विश्व कप से पहले हमने अपने पुराने कप्तान को बदल दिया और यही चीज थी कि जिसके कारण हम एक टीम के रूप में अच्छा नहीं खेल सके. नए कप्तान ने अपने जीवन में कभी कप्तानी नहीं की थी. इसलिए हमने विश्व कप में वह अच्छा नहीं किया और भारत, पाकिस्तान एवं वेस्टइंडीज के खिलाफ अच्छा खेल दिखाने के बावजूद हम सभी मैच हार गए."

नबी ने कहा, "टीम संयोजन बहुत महत्वपूर्ण है. विश्व कप से पहले बोर्ड के सदस्यों ने पुराने कप्तान को बदल दिया और नया संयोजन टूर्नामेंट में सफल नहीं हुआ. कप्तान राशिद खान में टीम का नेतृत्व करने की क्षमता है. इसके अलावा, मैं और असगर भी उनका काफी समर्थन करते हैं."

उन्होंने कहा, "अब चीजें पूरी तरह से बदल गई हैं. हमने अपने युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है. टी-20 और टेस्ट में कई युवा खिलाड़ी हैं. हमने तीन युवा खिलाड़ियों को डेब्यू कराया है. यह मुख्य बात है जिस पर हम ध्यान दे रहे हैं और हमने एक युवा खिलाड़ी को कप्तान बनाया है. वह दुनिया का नंबर एक गेंदबाज भी है."

अफगानिस्तान की टीम पांच नंवबर से देहरादून में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टी-20, तीन वनडे और एक टेस्ट मैच खेलेगी.