नई दिल्ली: भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने घरेलू टेस्ट सीजन में भारतीय टीम की सफलता में उमेश यादव के योगदान को बेहतरीन बताते हुए सुझाव दिया कि अभ्यास सत्रों में फिटनेस का स्तर बरकरार रखने के लिये मैच खेलने से बेहतर कोई विकल्प नहीं है.



 



आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान जहीर ने विदेशी खिलाड़ियों पैट कमिंस और कागिसो रबाड़ा के टीम से जुड़ने के मौके पर कहा ,‘‘ भारत के घरेलू सत्र में स्पिनरों ने मुख्य भूमिका निभाई लेकिन तेज गेंदबाजों का योगदान भी शानदार था. जब आपके पास लगातार 140 की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज हो तो उसके फायदे मिलते हैं. उमेश का प्रदर्शन बेहतरीन रहा क्योंकि वह गेंद को रिवर्स करा सकता है. गेंद पुरानी होने के बाद आपको ऐसे गेंदबाज चाहिये जो उसे रिवर्स करा सकें .’’



 



जहीर से पूछा गया था कि टेस्ट सत्र में 356 के करीब ओवर फेंकने के बाद उमेश पर किस तरह का कार्यभार होगा. उन्होंने कहा ,‘‘ आपका चोटों पर कोई नियंत्रण नहीं होता. आप सिर्फ इतना कर सकते हैं कि अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ तैयारी करें. जब मैं खेलता था तो मैं अधिक से अधिक मैच खेलना पसंद करता था .’’ 



 



जहीर ने कहा ,‘‘ जब आप लय में होते हैं तो अभ्यास के दौरान फिटनेस बरकरार रख सकते हैं. उमेश को तो पता भी नहीं चलेगा कि 20 ओवर कब निकल गए. यह गेंदबाजी फिटनेस की खूबसूरती है. सभी गेंदबाज टेस्ट मैच या किसी स्तर पर क्रिकेट खेल रहे हैं तो गेंदबाजी फिटनेस बनाये रखना आसान होता है. जितनी आप अधिक गेंदबाजी करेंगे, उतना ही निखरेंगे. मैच अभ्यास ही सर्वश्रेष्ठ अभ्यास होता है .’’