एमएस धोनी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल का सफर पूरा कर लिया है. 23 दिसंबर 2004 में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहले मैच खेला था. धोनी की गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में की जाती है.
धोनी को ना केवल उनकी कप्तानी के लिए जाना जाता है बल्कि पावर पैक्ड हेलीकॉप्टर शॉट के लिए भी उनकी पहचान है. यही नहीं वे भारत के लिए विकेटकीपिंग भी करते रहे हैं और इसमें खासे सफल भी माने जाते हैं.
हालांकि उनकी शुरुआत खास नहीं रही और पहले मैच में वे स्कोर नहीं कर पाए. इसके बाद उन्होंने कड़ी मेहनत की और टीम इंडिया में अपनी जगह बनाई. फिर तो धोनी ने सफलता के तमाम कीर्तिमान स्थापित किए.
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धोनी के नेतृत्व में ही टीम इंडिया ने वानखेडे स्टेडियम में श्रीलंका को हराया था और 28 साल के बाद वर्ल्डकप जीता था. धोनी ने शानदार सिक्सर के साथ सचिन तेंदुलकर के सपने को पूरा किया था.
कैप्टन के रूप में धोनी ने बेहद सफल पारी खेली. उनके नेतृत्व में भारत ने वनडे विश्वकप, टी-20 विश्वकप और चैम्पियन्स ट्रॉफी जीती है. साथ ही उनकी कप्तानी में टेस्ट और वनडे रैंकिंग में भी भारत नंबर वन बन गया.
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धोनी ने 90 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. अभी तक वह भारत के लिए 351 वनडे खेल और 98 टी-20 मैच खेल चुके हैं. टेस्ट में उन्होंने भारत के लिए 4876, वनडे में 10773 और टी-20 में 1617 रन बनाए हैं.
अभी भी उनके भीतर जबरदस्त क्रिकेट बाकी है और वे रिटायर नहीं हुए हैं. हालांकि पिछले कुछ समय से वे मैदान से दूर जरूर हैं. देखना होगा कि कब धोनी एक बार फिर फील्ड पर दिखते हैं.