MS Dhoni Suresh Raina Retirement 15 August: क्रिकेट जगत में दोस्ती के कई खूबसूरत उदाहरण देखने को मिलते रहे हैं. मगर एमएस धोनी और सुरेश रैना की फ्रेंडशिप बदस्तूर कायम है. उनकी दोस्ती केवल मैदान तक ही सीमित नहीं है क्योंकि वे क्रिकेट से बाहरी दुनिया में भी बहुत करीब हैं. उनका दोस्ताना ऐसा है कि एक तरफ धोनी को 'थाला' वहीं दूसरी ओर रैना को 'चिन्ना थाला' के नाम से जाना जाता है.


कब रखी गई दोस्ती की नींव?


सुरेश रैना अपनी किताब (ऑटोबायोग्राफी) में लिखते हैं कि उनकी एमएस धोनी के साथ दोस्ती की नींव 2005 दिलीप ट्रॉफी के दौरान रखी गई थी. उन दिनों फरवरी 2005 में ग्वालियर में एक मैच खेला जा रहा था, जिसमें धोनी के आत्मविश्वास, खुद पर निर्भरता और खेलने के आक्रामक स्टाइल से रैना बहुत प्रभावित हुए थे. उसके बाद इंडिया की सीनियर टीम के लिए बैंगलोर में लगाए गए कैम्प में भी दोनों साथ दिखे थे. समय बीतने के साथ उनकी दोस्ती इतनी बढ़ी कि उन्होंने कमरा भी शेयर करना शुरू कर दिया था.


धोनी और रैना, 15 अगस्त को हुए रिटायर


एमएस धोनी ने आखिरी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच जुलाई 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. उन्हें क्रिकेट से दूर रहते एक साल से ज्यादा समय बीत चुका था, तभी 2020 में 15 अगस्त यानी भारत के स्वतंत्रता दिवस पर एमएस धोनी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके अपने संन्यास का एलान कर दिया था. अभी क्रिकेट जगत धोनी के संन्यास की खबर से उबर नहीं पाया था, तभी कुछ घंटों बाद ही सुरेश रैना ने भी इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया. उन्होंने कैप्शन के माध्यम से बताया कि वो क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं.


क्यों ली थी 15 अगस्त के दिन रिटायरमेंट


सुरेश रैना ने काफी समय पहले एक मीडिया इंटरव्यू में 15 अगस्त के दिन संन्यास का कारण बताते हुए कहा था कि, "हमने पहले ही 15 अगस्त के दिन संन्यास लेने का मन बना लिया था. धोनी का जर्सी नंबर 7 है, मेरा जर्सी नंबर 3 है. दोनों को मिलाकर 73 बनता है और 15 अगस्त 2020 के दिन भारत को स्वतंत्र हुए 73 साल पूरे हुए थे. मेरे हिसाब से संन्यास के लिए उससे बेहतर दिन कोई नहीं हो सकता था."


सुरेश रैना 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे. मगर एमएस धोनी की एक कप्तान के रूप में उपलब्धियां बहुत कुछ बयां करती हैं. धोनी को 2007 टी20 वर्ल्ड कप के समय कप्तानी सौंपी गई थी और उन्होंने भारत को विश्व विजेता बनाकर ही दम लिया. इसके अलावा धोनी की कप्तानी में भारत 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी भी जीता था.


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