बीसीसीआई द्वारा केंद्रीय अनुबंध से दरकिनार करने की खबरों के बीच महेंद्र सिंह धोनी ने जब अपने घरेलू राज्य झारखंड की रणजी टीम के साथ अभ्यास किया तो टीम के कोच राजीव कुमार को अपनी बल्लेबाजी से हैरान कर दिया. यह पहली बार था जब धोनी ने विश्व कप-2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार के बाद बल्ला थामा हो.

कुमार ने कहा कि उनको लग रहा था कि धोनी को बल्लेबाजी में थोड़ी परेशानी होगी, लेकिन वो बल्ले के बीचोंबीच से गेंद को मार रहे थे. कोच ने कहा कि धोनी ने आईपीएल-2020 की तैयारियां शुरू कर दी हैं.


उन्होंने कहा, "मैं ईमानदारी से कहूं तो.. मुझे लगा था कि धोनी ने लंबे समय से ट्रेनिंग नहीं की है तो उन्हें थोड़ी परेशानी होगी. आखिरी बार जब हमने बात की थी तो उन्होंने कहा था कि वह जनवरी में शुरू करेंगे और देख लीजिए उन्होंने अभ्यास शुरू कर दिया. वह अपनी बात पर कायम रहने वाले खिलाड़ी हैं. इसमें कोई हैरानी वाली बात नहीं थी कि वह टीम के बाकी खिलाड़ियों के साथ किसी आम झारखंड के खिलाड़ी की तरह ही खेल रहे थे, लेकिन जिस बात से मुझे हैरानी हुई वह यह थी कि उन्होंने लगभग हर गेंद को बल्ले के बीचों-बीच लिया, चाहे वो तेज गेंदबाज हों या स्पिनर. उन्होंने थ्रोडाउनस को भी अच्छी तरह खेला."

कोच ने कहा, "मैंने राष्ट्रीय टीम को लेकर उनसे अभी तक बात नहीं की है. लेकिन अगले आईपीएल के लिए उन्होंने तैयारियां शुरू कर दी हैं. टीम रविवार से रणजी ट्रॉफी खेलने में व्यस्त होगी वहीं धोनी तब तक अभ्यास करेंगे जब तक वो रांची में हैं."

कोच से जब पूछा गया कि इन दो दिनों में धोनी ने उन चीजों से कुछ हटकर किया जो वो आमतौर पर करते हैं तो कोच ने कहा कि उन्होंने गेंदबाजों से काफी बातें कीं.

कोच ने कहा, "वह बेहद पेशेवर खिलाड़ी हैं. उन्होंने युवाओं के साथ समय बिताया, खासकर गेंदबाजों के साथ. उन्होंने गेंदबाजों से लाइन और लैंग्थ को लेकर चर्चा की. उन्होंने बताया कि कहां और किधर गेंद डालनी चाहिए और बल्लेबाजों को कैसे फंसाना चाहिए. धोनी जैसे सीनियर खिलाड़ी से जितनी उम्मीद की जानी चाहिए वे उतने ही खुलकर खिलाड़ियों से बात कर रहे थे."