नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के मोबाइल फोन मिल गए हैं जो कथित तौर पर यहां होटल में हाल में आग लगने के बाद खो गए थे. दमकलकर्मी ने ये फोन उठा लिये थे.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दिल्ली दमकल सेवा के कर्मी ने मोबाइल फोन गलती से उठा लिये थे और वह नहीं जानता था कि ये किसके थे.
धोनी 17 मार्च को झारखंड क्रिकेट टीम के सदस्यों के साथ वेलकम होटल में थे. साथ के शॉपिंग माल में आग लगने से होटल परिसर को खाली करा दिया गया था.
इस क्रिकेटर के सहायक विकास हसिजा और यात्रा मैनेजर संदीप फोगाट जब होटल लौटे तो उन्हें फोन नहीं मिले. इसके बाद द्वारका के पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.
धोनी ने अपनी शिकायत में कहा,‘‘मेरा आईफोन 6 प्लस, रिलायंस एलवाईएफ और नया लावा फोन खो गया है. मेरे सहायक ने होटल के स्टाफ आकाश हंस को सूचित किया जिन्होंने होटल में सीसीटीवी फुटेज देखा लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला.’’ पुलिस ने दमकलकर्मी से संपर्क किया तो उसने तब मोबाइल फोन लौटा दिये. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उसने ये सुरक्षा के लिये उठाये थे और वह इन्हें लौटाने जा रहा था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया,‘‘जिस व्यक्ति ने फोन लिए उसने गलती से ऐसे किया. वह व्यक्ति और अन्य स्टाफ क्रिकेटर के कमरे की सफाई करने के लिए गया था. फोन किसका है यह जाने बगैर उसने फोन रख लिया. जब पुलिस ने संपर्क किया तो उसने स्वीकार किया और फोन हमें दे दिए.’’ धोनी ने शिकायत में कहा था कि जब वह नाश्ता करने के लिए नीचे गए तो वह फोन अपने कमरे में छोड़ गए.
उन्होंने बताया कि बाद में जब उनका स्टाफ उनकी चीजें लेने पहुंचा तो कमरे से मोबाइल फोन गायब थे.
इस सिलसिले में द्वारका दक्षिण पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था.
इस बीच वेलकम होटल ने बयान जारी करके कहा, ‘‘जांच में पता चला है कि होटल का स्टाफ इसमें शामिल नहीं था और हमारे खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. जांच में हमने अधिकारियों का पूरा सहयोग किया.’’