Aakash Chopra On MS Dhoni: महेन्द्र सिंह धोनी को क्रिकेट इतिहास के सबसे कामयाब कप्तानों में गिना जाता है. माही की कप्तानी में टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप के अलावा वनडे वर्ल्ड कप और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम किया. इसके अलावा भारतीय टीम माही की कप्तानी में टेस्ट फॉर्मेट में नंबर-1 बनी. साथ ही महेन्द्र सिंह धोनी आईपीएल इतिहास के सबसे कामयाब कप्तानों में गिने जाते हैं. चेन्नई सुपर किंग्स ने माही की कप्तानी में रिकॉर्ड 5 बार आईपीएल टाइटल अपने नाम किया. लेकिन माही अपने करियर के शुरूआती दिनों में कैसे थे? इस पर बड़ा खुलासा किया है तकरीबन 20 साल पहले 2004 में माही के रूममेट रहे आकाश चोपड़ा ने.


'हम बैंगलोर में तकरीबन 1 महीने तक रूममेट रहे, लेकिन...'


आकाश चोपड़ा ने माही के साथ अपने पुराने वक्त को याद किया, जब दोनों रूममेट थे. आकाश चोपड़ा कहते हैं कि साल 2004 में भारतीय-ए टीम ने जिम्बाब्वे और केन्या का दौरा किया. उस वक्त तक मैं भारत के लिए खेल चुका था, बैंगलोर में शिविर था. जब मैं होटल पहुंचा तो बताया गया कि महेंद्र सिंह धोनी मेरे रूममेट हैं. मैंने पूछा कहां से आए हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि रांची से... हालांकि, मैंने उसके बारे में सुना था, मैंने वास्तव में उसे देवधर ट्रॉफी में कुछ घरेलू मैच खेलते हुए देखा था, लेकिन इससे ज्यादा नहीं, मुझे कभी बात करने का मौका नहीं मिला था. हम बैंगलोर में तकरीबन 1 महीने तक रूममेट रहे, लेकिन वह धोनी बिल्कुल अलग था.


'वह कभी भी रूम सर्विस के लिए नहीं बुलाते थे...'


आकाश चोपड़ा आगे कहते हैं कि उनका फोन बहुत बजता था, लेकिन उन्होंने कभी जवाब नहीं दिया. जब मैंने उनसे पूछा कि वह किस समय सोने जाते हैं, क्योंकि हम जानना चाहते थे कि वह कब सोता है... इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जब आप सहज हो आप लाइट बंद कर सकते हैं. साथ ही माही नॉन वेज खाता था, लेकिन मैं शाकाहारी था, इस तरह हमारी पार्टनरशिप अच्छी नहीं थी. इसलिए जब मैंने उससे पूछा कि वह क्या खाना चाहता है, तो उसने कहा जो आपका खाने का मन हो. वह कभी भी रूम सर्विस के लिए नहीं बुलाते थे, वह बहुत शर्मीले थे और पूरे एक महीने तक उन्होंने वेज खाना खाया. 


'क्रिकेट के प्रति माही की दीवानगी गजब थी...'


पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने बताया कि क्रिकेट के प्रति माही की दीवानगी गजब थी. माही प्रैक्टिस सेशन के दौरान पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को गेंदबाजी करते थे, लेकिन जब मैच में बल्लेबाजी की बात आई तो उन्होंने ऐसे शॉट्स लगाए जो पहले कभी नहीं देखे थे. आकाश चोपड़ा आगे कहते हैं कि वह बहुत ही अलग माही था, लापरवाह लेकिन लापरवाह नहीं. लापरवाह इसलिए क्योंकि वह बहुत आश्वस्त और खुश था, और लापरवाह नहीं था क्योंकि जब उसे मौका मिला तो आसानी से रन बनाए. इफ्तिखार अंजुम नाम का एक पाकिस्तानी गेंदबाज था, जो 140+ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करता था और पाकिस्तान के लिए खेल चुका था, लेकिन धोनी ने उसके खिलाफ आसानी से रन बटोरे.


ये भी पढ़ें-


Navdeep Singh: इससे अच्छा तो तू सुसाइड कर ले... गोल्ड मेडलिस्ट नवदीप सिंह की दिल दहला देने वाली कहानी


IPL 2025 को लेकर आए 3 बड़े अपडेट, जानें कब रिटेन-रिलीज खिलाड़ियों की लिस्ट जारी करेंगी सभी 10 टीमें