भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को मानसिक तौर पर उनकी मजबूती के लिए पहचाना जाता है. अपने पूरे करियर में धोनी ने कई बार मुश्किल हालातों में दबाव से निपटते हुए टीम को जीत दिलाई. धोनी को देखकर ऐसा लगता है कि उन्हें दबाव महसूस नहीं होता, लेकिन खुद ‘कैप्टन कूल’ ने स्वीकार किया है कि उन्हें भी डर लगता है और वो भी प्रेशर फील करते हैं.


कोरोनावायरस के कारण इस वक्त धोनी रांची के अपने फार्महाउस में वक्त बिता रहे हैं. इस दौरान धोनी ने मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान धोनी ने कहा कि हमारे देश में अभी भी मानसिक स्वास्थ्य पर ज्यादा जोर नहीं दिया जाता.


बैटिंग की शुरुआत में महसूस होता है दबाव


धोनी ने कहा, “मुझे लगता है, भारत में अभी भी मानसिक कमजोरी को स्वीकार करना बड़ा मुद्दा है. हम आमतौर पर इसे मानसिक बीमारी कह देते हैं.”


पीटीआई के मुताबिक धोनी इस कार्यक्रम में अलग-अलग खेलों से जुड़े कोच से बात कर रहे थे. ये कार्यक्रम देश में लॉकडाउन की शुरुआत से पहले आयोजित किया गया था, जिसकी प्रेस रिलीज गुरुवार को जारी की गई.


करीब साढ़े पांच सौ अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके धोनी ने अपने करियर के बारे में बोलते हुए कहा, “कोई ये बोलता नहीं है, लेकिन जब मैं बैटिंग के लिए जाता हूं, तो पहले 5-10 गेंदों का सामना करने तक मेरी धड़कने बड़ीं रहती हैं. मैं दबाव महसूस करता हूं. मैं थोड़ा डर भी महसूस करता हूं क्योंकि हर कोई ऐसा महसूस करता है- कैसे इससे निपटा जाए?”


कोच और खिलाड़ी का रिश्ता अहम


धोनी ने कहा कि इसमें कोच और खिलाड़ी के बीच का रिश्ता भी अहम है. उन्होंने कहा, “ये एक छोटी समस्या है लेकिन ज्यादातर मौकों पर हम अपने कोच से इसके बारे में बात करने से हिचकिचाते हैं और इसलिए एक कोच और खिलाड़ी के बीच का रिश्ता अहम है, चाहे कोई भी खेल हो.”


धोनी ने साथ ही कहा कि मेंटल कंडीशनिंग कोच को हमेशा खिलाड़ियों के संपर्क में होना चाहिए. उन्होंने कहा, “अगर मेंटल कंडीशनिंग कोच लगातार खिलाड़ी के साथ रहता है, तो उसे पता रहता है कि उस खिलाड़ी को किन पहलुओं पर परेशानी हो रही है.”


भारत को 2 वर्ल्ड कप जिताने वाले पूर्व कप्तान धोनी 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइल में भारत की हार के बाद से ही क्रिकेट से दूर चल रहे हैं. धोनी के फैंस को उम्मीद थी कि वो इस बार आईपीएल से वापसी करेंगे, लेकिन कोरोनावायरस के कारण आईपीएल को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया और फिलहाल धोनी की वापसी का इंतजार थोड़ा और लंबा हो गया है.


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