भारत के पूर्व ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर आईपीएल के नियमों का उल्लंघन करने के कारण दो से तीन मैचों का बैन लगाया जाना चाहिए था.
धोनी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गए मैच में अंपायर के फैसले के खिलाफ डगआउट से मैदान पर आ गए थे. इसके कारण धोनी को काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है. धोनी की आधी मैच फीस काट ली गई है.
वेबसाइट क्रिकबज ने सहवाग के हवाले से लिखा है, "अगर उन्होंने यह भारतीय टीम के लिए किया होता तो मैं काफी खुश होता. मैंने उन्हें भारतीय टीम की कप्तानी के दिनों में इतने गुस्से में कभी नहीं देखा. मुझे लगता है कि वह चेन्नई को लेकर कुछ ज्यादा ही भावुक हो रहे हैं."
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जब चेन्नई के दो खिलाड़ी मैदान पर थे तब उन्हें मैदान पर नहीं आना चाहिए था. वह दो खिलाड़ी भी नो बॉल को लेकर उतने ही गुस्से में थे जितने धोनी. इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें इसे जाने देना चाहिए था."
सहवाग ने कहा, "इसके लिए उन पर आईपीएल के नियमों के हिसाब से दो से तीन मैच का बैन लगना चाहिए ताकि एक उदाहरण दिया जा सके. उन्हें मैदान से बाहर ही रहना चाहिए था."
इस मैच के आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स द्वारा फेंकी गई फुलटॉस को अंपायर ने पहले नो बॉल दिया था, लेकिन बाद में लेग अंपयार के कारण यह फैसला बदल दिया गया था. इस पर मैदान पर मौजूद चेन्नई के मिशेल सैंटनर और रवींद्र जडेजा अंपायर के फैसले से नाखुश दिखे थे और उन्होंने इसकी शिकायत भी की थी. इसी बीच धोनी मैदान पर आकर अंपायरों से बहस करने लगे थे.