नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बुधवार को टीम इंडिया की जीत के लिए अहम माने वाले सूत्र यानी टीम कॉम्बिनेशन पर बात की. धोनी ने कहा कि वह वेस्टइंडीज के खिलाफ गुरुवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम को अपनी बल्लेबाजी क्रम में कोई बड़ा बदलाव करने की जरूरत नहीं है. विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम इस समय वेस्टइंडीज के दौरे पर है जहां उसे चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है. श्रृंखला का पहला टेस्ट मैच एंटिगा के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेला जाएगा.
धोनी की कप्तानी में भारत ने 2011 में हुई टेस्ट श्रृंखला में वेस्टइंडीज को उसके घर में 1-0 से मात दी थी. धोनी का मानना है कि भारत के पास तय क्रम है और टीम के पास विदेशी धरती पर खेलने का अनुभव भी है.
धोनी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, "हमारे पास शीर्ष छह बल्लेबाजी स्थान तय हैं. एक-दो नए चेहरे हो सकते हैं, लेकिन काफी हद तक यह इस बात पर निर्भर है कि मिश्रण किस तरह काम करता है. टीम उपमहाद्वीप के बाहर भी खेली है और उसके पास पर्याप्त अनुभव है."
भारत के सबसे सफल कप्तान धोनी ने कहा कि वेस्टइंडीज की पिचें धीमी होंगी और स्पिनरों को मदद करेंगी.
धोनी ने कहा, "वेस्टइंडीज में विकेट धीमी होंगी, लेकिन हकीकत कोई नहीं जानता. मेरा मानना है कि स्पिनर श्रृंखला में अहम रोल अदा करेंगे."
धोनी इस समय देश में गेंदबाजों की संख्या से खुश दिखे. उन्होंने इसको कड़ी प्रतिस्पर्धा भी बताया है.
उन्होंने कहा, "जितनी अधिक प्रतिस्पर्धा होगी उतना बेहतर होगा. यह अच्छी बात है कि हमारे पास इस समय 8-10 अच्छे गेंदबाज हैं जो चयन की दौड़ में शामिल हैं. अगर मैं एक साल पहले की बात करूं तो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में हमारे पास कम ही गेंदबाज थे जो कि चोटिल थे."
धोनी ने कहा, "हमारे पास इस समय सभी क्षेत्र में अच्छे गेंदबाज हैं. अगर आपको तेज गेंदबाज चाहिए तो हैं, अगर आपको स्विंग कराने वाले गेंदबाज चाहिए तो वो हैं. जाहिर सी बात है हमें चोटों से बच कर रहना पड़ेगा."