भारतीय कोच ने कहा- धोनी जैसा कोई नहीं, विकेटकीपिंग को दिया ‘ द माही वे’ का नाम
महेन्द्र सिंह धोनी की गिनती विश्व के महान विकेटकीपरों में होती है. वर्तमान समय में विकेट के पीछे उनसे तेज कोई नहीं. हालाकि भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच मानते हैं कि धोनी की विकेटपीपिंग पारंपरिक नहीं है. इसके बावजूद धोनी महान विकेटकीपर बन पाए.
कोच ने माना धोनी सबसे बेहतर विकेटकीपर- महेन्द्र सिंह धोनी की गिनती विश्व के महान विकेटकीपरों में होती है. वर्तमान समय में विकेट के पीछे उनसे तेज कोई नहीं. हालाकि भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच मानते हैं कि धोनी की विकेटपीपिंग पारंपरिक नहीं है. इसके बावजूद धोनी महान विकेटकीपर बन पाए.
आपको ये जानकार हैरानी होगी कि धोनी प्रैक्टिस में विकेटकीपिंग को तरजीह नहीं देते. टीम जब भी नेट प्रैक्टिस के लिए उतरती है तो धोनी का ध्यान अपनी बल्लेबाजी पर ज्यादा होता है. बहुत ही कम समय वो कीपिंग की प्रैक्टिस करते हैं. लेकिन मैच के दौरान जब भी करीबी स्टंपिंग और रनआउट का मौका आता है तो धोनी हर बार सुर्खियां बटोरती है.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पोर्ट एलिजाबेथ में मंगलवार को होने वाले मुकाबले से पहले कोच आर श्रीधर ने कहा, ‘‘धोनी की अपनी शैली है, जो उनके लिए काफी सफल हैं. मुझे लगता है हम उनकी विकेटकीपिंग स्टाइल पर रिसर्च कर सकते हैं और मैं इसे ‘ द माही वे’ नाम देना चाहूंगा. उनके खास स्टाइल से कई चीजें सीखी जा सकती हैं, इतनी सारी चीजें जिसके बारे में युवा विकेटकीपर सोच भी नहीं सकते. वह अपने तरीके के अनूठे खिलाड़ी हैं जैसा क्रिकेटरों को होना चाहिए.’’
धोनी ने 316 एकदिवसीय में 295 कैच लपकने के साथ रिकॉर्ड 106 स्टंपिंग भी की है.
उन्होंने कहा, ‘‘उनके हाथ कमाल के हैं. स्पिनरों के लिए वह सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं. स्टंपिंग के लिए उनके हाथ बिजली से भी तेज चलते हैं. यह उनकी नैसर्गिक कला है जिसे देखना अद्भुत है.’’