नई दिल्ली/सिगापुर: अगले साल से इंग्लैंड में शुरू होने जा रहे क्रिकेट के महाकुंभ के लिए सभी टीमों ने अपनी कमर कस ली है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सफल वनडे सीरीज़ के बाद भारतीय टीम ने श्रीलंका में खेली गई ट्राई सीरीज़ में भी अपना लोहा मनवाया है.


दिनेश कार्तिक के शानदार प्रदर्शन के बाद कुछ आवाज़ें ऐसी भी उठी कि अब वनडे टीम में धोनी के स्थान पर कार्तिक को आज़माने की ज़रूरत है. लेकिन टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज़ वीरेंदर सहवाग का मानना है कि विश्वकप 2019 में टीम में धोनी की मौजूदगी युवाओं के लिए मार्गदर्शन का काम करेगी.


भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग का कहना है कि अगले साल इंग्लैंड एवं वेल्स में होने वाले विश्व कप टूर्नामेंट को भारतीय टीम तभी जीत सकती है, अगर युवा खिलाड़ियों को महेंद्र सिंह धोनी के मार्गदर्शन में तैयार किया जाए. सहवाग ने कहा कि धोनी के प्रदर्शन और रणनीति की बदौलत भारत ने 2011 में विश्व कप का खिताब जीता था.


सहवाग ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, "एक युवा खिलाड़ी के रूप में मैंने अपना पहला विश्व कप टूर्नामेंट सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले के साथ 2003 में खेला था. ये सब मेरी मदद कर रहे थे."


वीरू बोले, "वर्तमान में भारतीय टीम में शामिल युवा खिलाड़ियों के पास धोनी जैसे अच्छे वरिष्ठ खिलाड़ी हैं, जो उनका मार्गदर्शन कर सकते हैं और उन्हें 2019 विश्व कप की तैयारी के लिए ट्रेन कर सकते हैं."


साल 2011 में हुए विश्व कप में अपने अनुभव के बारे में सहवाग ने कहा, "इस टूर्नामेंट से दो साल पहले हमारी टीम की एक बैठक हुई थी, जहां हमने यह फैसला लिया था कि हम इस विश्व कप के हर मैच को नॉकआउट मैच की तरह देखेंगे. अगर हम हारे, तो हम विश्व कप से बाहर हो गए समझो. हमने इसके सभी मैच जीते और फाइनल में पहुंचे. इसी प्रकार हमने तैयारी की थी."