एशिया कप के रोमांच के बाद भारतीय टीम अपनी अगली परीक्षा के लिए तैयार है. आने वाले 4 अक्टूबर से वेस्टइंडीज़ के साथ शुरु हो रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ के लिए दो युवा खिलाड़ियों को पहली बार मौका दिया गया है. जिनमें से एक हैं मयंक अग्रवाल और दूसरे हैं तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज.


पहले टी20 टीम और अब क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप की टीम में चुने जाने से सिराज बेहद खुश हैं. इंडिया ए के लिए चार देशों की सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया ए और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनका प्रदर्शन इतना शानदार रहा कि फिर उन्हें टीम में जगह बनाने से कोई रोक ही नहीं सका.


टीम में चुने जाने के बाद सिराज ने अपने कप्तान विराट कोहली और एमएस धोनी की तारीफ करते हुए बताया कि किस तरह से इन दोनों दिग्गज़ों ने टी20 टीम में चुने जाने के बाद उनकी खेल में मदद की.


सिराज ने कहा, 'ये मेरे लिए सपना सच होने जैसा है, मैं टेस्ट में देश के लिए खेलना चाहता था और ये भी जानता था कि मेरा ये सपना एक दिन ज़रूर सच होगा. मैं बहुत खुश हूं. मैंने इंडिया ए के लिए अच्छा किया और मुझे उम्मीद थी कि मैं टेस्ट टीम में जगह बना सकूंगा.'


विराट और धोनी पर बात करते हुए सिराज ने कहा कि 'जब पिछले साल मैं न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टी20 टीम में चुना गया तो विराट भाई से मेरी बात हुई. मैं थोड़ा नर्वस था लेकिन विराट भाई ने कहा टेंशन मत ले, ग्राउंड पर बात करेंगे. बस तैयार रह खेलने के लिए.'


सिराज ने आगे बताया कि विराट ने मैदान पर उतरने के बाद किस तरह उनका हौंसला बढ़ाया और कहा, 'मैंने तेरा खेल देखा बस मैदान पर जा और जैसे खेलता है वैसे गेंद डाल.' सिराज बोले कि विराट की इन बातों से उन पर से दबाव हट गया और उन्होंने न्यूज़ीलैंड के कप्तान का विकेट चटकाया.


सिराज ने बताया कि विराट की तरह ही धोनी ने भी मैदान पर उनकी खूब मदद की. धोनी ने मैच के दौरान उनसे कहा, 'बैट्समेन के फुटवर्क को ध्यान से देख और फिर लाइन और लेंग्थ चेंज करियो.'


सिराज ने बताया कि धोनी की तरह की सलाह उन्हें बहुत काम आई.


अब भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की गैर-मौजूदगी में सिराज राजकोट में खेले जाने वाले पहले टेस्ट में ही अपने डेब्यू की ओर देख रहे हैं.