Virat Kohli: विराट और धोनी में बहुत अंतर! भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा - कोहली आए और बदला...
Virat Kohli Captain: विराट कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की, जिनमें उसे 40 बार जीत मिली थी. विराट भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाले कप्तान हैं.
Murali Vijay on Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट टीम में सलामी बल्लेबाज रह चुके मुरली विजय ने बहुत बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि कैसे विराट कोहली के आते ही टीम में फिटनेस के प्रति मानसिकता बदल गई थी. साल 2014 में एमएस धोनी द्वारा टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली ने कप्तानी का भार अपने कंधों पर संभाला था. विराट की कप्तानी में भारत ने कुल 40 टेस्ट मैच जीते थे.
मुरली विजय ने बताया कि विराट कोहली के टेकओवर के बाद भारतीय टीम की मानसिकता में बड़ा बदलाव हुआ था. विराट के अंडर टीम का फोकस केवल जीत दर्ज करने और फिटनेस को बरकरार रखने पर होता था. विजय ने खुलासा किया कि यह विराट की मानसिकता ही थी, जिससे टीम इंडिया ने 2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 2-1 से हराया था. मुरली विजय के अनुसार आक्रामक क्रिकेट खेलने की मानसिकता के कारण ही भारतीय टीम, ऑस्ट्रेलिया को हरा पाई थी.
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में रौंदा
2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में हुआ था, जब दोनों टीमों के बीच चार टेस्ट मैच खेले गए. उस शृंखला में खेले गए पहले टेस्ट को भारत ने 31 रनों से करीबी जीत दर्ज की थी. मगर दूसरे मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 136 रनों से जीतकर सीरीज में एक-एक की बराबरी कर ली थी. मगर तीसरा मैच फिर से भारत की झोली में गया, जहां उसने 137 रनों से जीत दर्ज की थी. ऑस्ट्रेलिया के पास चौथे टेस्ट में सीरीज बराबरी करने का मौका था, लेकिन वह मुकाबला ड्रॉ पर छूटा था.
विराट कोहली ने उस शृंखला के 4 मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक समेत 282 रन बनाए थे. मगर उस सीरीज के सबसे बड़े स्टार चेतेश्वर पुजारा रहे, जिन्होंने 74.42 के औसत से 521 रन बनाए और इस दौरान पुजारा ने 3 शतक भी अगाए थे.
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