ICC Champions Trophy 2025, Mohammed Shami: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान रोजा न रखने को लेकर चर्चा में हैं. कई फैंस और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने शमी को खरी-खोटी सुनाई. यहां तक पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों का भी इस पर रिएक्शन आया. अब शमी के रोजा न रखने पर मुस्लिम बोर्ड की प्रतिक्रिया आई है. 


बता दें कि 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में मोहम्मद शमी मैच के दौरान खुलेआम जूस पिते दिखे थे. इसके बाद से उनकी काफी आलोचना हो रही है. अब इस मामले पर मुस्लिम बोर्ड ने कहा, "मोहम्मद शमी दौरे पर थे. उन्हें रोजा रखने की जरूरत नहीं."


बता दें कि मुसलमानों के लिए रमजान के महीने का एक खास महत्व है. मुस्लिम हर हाल में रमजान के रोजे रखते हैं. हालांकि, इसमें कई मामलों में रियायत भी दी जाती है, जैसे सफर (यात्रा) के दौरान या बीमार होने पर रोजे छोड़े जा सकते हैं, जिन्हें बाद में रख लिया जाता है. 


शमी की आलोचना करने वाले फैंस हाशिम अमला का जिक्र कर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हाशिम अमला ने रोजा रखकर 300 रनों की पारी खेली थी तो शमी भी रोजा रख सकते थे. बता दें कि पहले तो यह फैक्ट ही गलत है. अमला ने जब 300 की पारी खेली थी तो वह रोजे से नहीं थे. उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में इसका खुलासा किया था. इसके अलावा एक तेज गेंदबाज के लिए मैच के दौरान रोजा रखना काफी मुश्किल है. 


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