भारत और वेस्टइंडीज के बीच आज तीसरा वनडे मैच कटक में खेला जा रहा है. इश दौरान टीम इंडिया पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी कर रहे हैं. ऐसे में विराट कोहली ये साफ कर चुके हैं टॉस हमारे लिए कोई मायने नहीं रखता. हम जिस तरह खेलते हैं उसी तरह खेलेंगे. वहीं टीम इंडिया को मिले नए मिडल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने भी कुछ इसी तरह का बयान दिया है. अय्यर लगातार बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं और उनका मानना है कि टीम इंडिया आक्रमकता के साथ ही फाइनल वनडे भी खत्म करेगी.

अय्यर ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, "इससे पहले वाला मैच हमारे लिए करो या मरो का था. अगर हम मैच हार गए होते तो हम सीरीज हार जाते. इसलिए इस मैच में भी हम उसी मानसिकता के साथ खेलेंगे जिस तरह दूसरे मैच में खेले थे." रोहित शर्मा ने उस मैच में बेहतरीन शतक जमाया था. जब तक रोहित मैदान पर थे अय्यर आराम से खेल रहे थे लेकिन उप-कप्तान के आउट होने के बाद अय्यर ने दमदार खेल दिखाया.

उन्होंने कहा, "आपको स्थिति के हिसाब से खेलना होता है कि टीम क्या चाहती है और मैंने उस दिन यही किया. टीम नहीं चाहती थी मैं बड़े शॉट्स खेलूं और उस समय हमें बड़ी साझेदारी की भी जरूरत थी. हम चाहिए था कि हम स्कोरबोर्ड को लगातार बढ़ाते रहें." अय्यर ने कहा कि उन्होंने अपनी आक्रामकता को बनाए रखा है जो उनमें अपने करियर की शुरुआत से थी लेकिन वह समय के साथ जिम्मेदारी लेना भी सीख गए हैं.

उन्होंने कहा, "जब मैंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत की थी तब मैं बेहद आक्रामक था और मैं कभी जिम्मेदारी लेकर नहीं खेलता था. मैं सिर्फ अपने दिल की सुनता था और लय के हिसाब से खेलता था. बाद में मैंने अहसास किया कि जब आप बड़े स्तर पर खेलते हो तो आपको जिम्मेदारी लेनी पड़ती है." अय्यर ने कहा कि टीम को क्या जरूरत है इस बात को दिमाग में रखना जरूरी है.

उन्होंने कहा, "आपको टीम की डिमांड के हिसाब से खेलना होता है. मुझे लगता है कि जो भी डिमांड होती है आपको उसके हिसाब से खेलना होता है. मैं जिस तरह से दूसरे वनडे में खेला उससे मैं खुश हूं.'