सुपर फोर के आखिरी मुकाबले में पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश की टीम फाइनल में पहुंच गई है. फाइनल में बांग्लादेश का सामना भारत से है. मुकाबले से पहले बांग्लादेशी कप्तान मशरफे मुर्तजा आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहे हैं.


मशरफे मुर्तजा ने एक बयान में कहा है कि भारत को बेहतर टीम करार देने में कोई हिचकिचाहट नहीं है लेकिन ‘मैंने एशिया कप तभी जीत लिया था’ जब तमीम इकबाल ने टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में एक हाथ से बल्लेबाजी की.


ओपनर बल्लेबाज तमीम बांग्लादेश के कुछ खिलाड़ियों में से एक हैं जिनकी कमी शुक्रवार को भारत के खिलाफ होने वाले मुकाबले में टीम को खलेगी.


तमीम के अलावा बांग्लादेश को ऑलराउंडर शकिबुल हसन की सेवायें भी नहीं मिल पायेंगी. इनके अलावा मुर्तजा अंगुली में चोट और मुश्फिकर रहीम भी चोटिल होने के बावजूद खेलेंगे.


उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो जिस समय तमीम श्रीलंका के खिलाफ मुश्फिकर की मदद के लिये अंतिम खिलाड़ी के तौर पर मैदान पर उतरा तभी मैंने एशिया कप जीत लिया था. ’’


बांग्लादेश को 2016 में टूर्नामेंट के फाइनल में भारत से हार मिली थी जबकि चार साल पहले उन्हें इस टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान ने हराया था.


यह पूछने पर कि क्या उन्होंने भारत के खिलाफ अहम मुकाबलों के दौरान पिछली गलतियों से सीख ली है तो उन्होंने कहा, ‘‘हर टूर्नामेंट का सफर अलग तरह का होता है, फिर चाहे इसमें 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल हो या फिर 2016 में भारत के खिलाफ फाइनल. हर बार हमने कुछ मुश्किल हालात का सामना किया, इनसे निपटे और फाइनल में पहुंचे. ’’


उन्होंने कहा, ‘‘इस टूर्नामेंट का यह सफर बहुत मुश्किल था क्योंकि हमने पहले मैच से खिलाड़ियों को चोटिल होने के कारण गंवाना शुरू कर दिया था. ये भी चिंतायें थी कि मुश्फिकुर रहिम भी खेलेंगे या नहीं, फिर भी वह फिट नहीं होने के बावजूद खेले. हमें उनसे सीख लेनी चाहिए. ’’