नई दिल्ली: राज्यसभा से इस्तीफा देकर बीजेपी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने सत्तारूढ़ बीजेपी को बढ़ा झटका दिया है लेकिन राजनीति की पिच पर ऐसे शॉट मारने वाले सिद्धू क्रिकेट की पिच के भी बादशाह रहे हैं. जी हां पूर्व भारतीय ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू ने साल 1983 से 1997 तक टीम इंडिया के लिए 51 टेस्ट और 136 वनडे मुकाबले खेलते हुए अपने खेल का जौहर दिखाया. 



सिद्धू ने टेस्ट क्रिकेट में 51 टेस्ट मैचों में 42 के औसत से 9 शतक और 15 अर्धशतकों के साथ 3202 रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम वेस्टइंडीज़ के खिलाफ एकमात्र दोहरा शतक भी शुमार रहा जिस पारी में सिद्धू ने 11 घंटे बल्लेबाज़ी की. वहीं वनडे में उन्होंने 37 के औसत से 6 शतक और 33 अर्धशतकों के साथ 4413 रन बनाए. 



1987 में वर्ल्डकप टीम में चुने जाने का पूरा फायदा उठाते हुए सिद्धू ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया और 5 में से 4 अर्धशतक भी जमाए. वनडे क्रिकेट में सिद्धू ने अपना पहला शतक साल 1989 में शारजाह में पाकिस्तान के खिलाफ आया. सिद्धू ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 134 रन साल 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया जिसे सिद्धू ने अपने करियर के अंत में अपनी सबसे बेहतरीन वनडे पारी भी करार दिया.



वनडे में अपने दौरे में सिद्धू का जलवा ऐसा था कि वनडे क्रिकेट में 5 से ज्यादा शतक लगाने वाले वो भारत के पहले बल्लेबाज़ रहे. 1997-98 में एक और खास उपलब्धि सिद्धू के नाम रही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ों पर जमकर प्रहार करते हुए 5 में से 4 पारियों में अर्धशतक लगाए. इसमें शेन वॉर्न की गेंदों पर वो जमकर बरसे. 



अपने टेस्ट करियर में सिद्धू ने 3 बार(1993, 1994 और 1997) एक कैलेंडर इयर में 500 से ज्यादा रन भी बनाए.



पाकिस्तान के खिलाफ साल 1998 में आखिरी वनडे और 1999 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच खेल सिद्धू ने क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया. सिद्धू ने अपने 16 सालों के करियर में 2 विश्वकप(1987,1996) भी खेले.