न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बीजे वाटलिंग को उम्मीद है कि भारत के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रहे आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल को जीतकर वह अपने शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर से विदा लेंगे. वाटलिंग के मुताबिक, उनका यह 75वां और आखिरी टेस्ट होगा. कमर की चोट के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पिछले हफ्ते दूसरे टेस्ट से बाहर रहे वाटलिंग ने इस अहम मैच के लिए टीम में वापसी की है. 


भारत के खिलाफ फाइनल मुकाबले से पहले बीजे वाटलिंग ने स्टफ डॉट कॉम डॉट न्यूजीलैंड से कहा, "मुझे इस मैच का इंतजार है. यह काफी रोचक होगा और मैं इस मैच में शानदार प्रदर्शन की कोशिश करूंगा. हालांकि, मैं उसी तरह से जाऊंगा जैसे बाकी टेस्ट के लिये जाते हैं. मेरा मकसद जीत का ही होगा." 


यह यादगार सफर रहा- वाटलिंग 


बता दें कि वाटलिंग ने 2009 में इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था. उन्होंने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि इतने लंबे करियर में फिटनेस समस्यायें आड़े नहीं आईं. उन्होने कहा, "एक क्रिकेटर को छोटी मोटी चोट तो लगती रहती है. कुछ मौकों पर कमर के दर्द ने परेशान किया, लेकिन समय के साथ इन चोटों से निपटना सीख जाते हैं. मैं खुशकिस्मत हूं कि कोई बड़ी चोट नहीं लगी. न्यूजीलैंड के लिये खेलते हुए मैने अपने समय का पूरा लुत्फ उठाया. यह यादगार सफर रहा."


इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में मिली जीत के बारे में वाटलिंग ने कहा, "इंग्लैंड को उसकी धरती पर हराना खास था. हम कोशिश करेंगे कि इस फॉर्म को इस मैच में भी बरकरार रखें."


ऐसा रहा वाटलिंग का इंटरनेशनल करियर 


बीजे वाटलिंग ने 2009 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी. वह लंबे समय से न्यूजीलैंड की टेस्ट टीम का हिस्सा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए 74 टेस्ट खेलने के अलावा 28 वनडे और पांच टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेले हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 37.89 की औसत से 3789 रन हैं. इसमें एक दोहरा शतक, आठ शतक और 19 अर्धशतक शामिल हैं.