भारत के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने कहा कि वो लॉर्ड्स के मैदान पर वापस आकर काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं. शुक्रवार को उन्होंने अपने साथियों के साथ स्टेडियम के भीतर कई सारी सेल्फी भी ली. गांगुली पहली बार 24 साल की उम्र में लॉर्ड्स के मैदान पर आए थे जब उन्होंने भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करते हुए पहले ही मैच में साल 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ दिया था.

इसके बाद नॉटिंघम में अगले ही टेस्ट में उन्होंने दूसरा शतक जड़ा. वो साल 2002 में टीम को नेटवेस्ट ट्रॉफी में जीत दिलवा चुके हैं इस दौरान वो एतिहासिक पल कौन भूल सकता है जब उन्होंने बालकनी में खड़े होकर अपना टीशर्ट हवा में उछाल कर जश्न मनाया था.



लेकिन इस बार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष के तौर पर आकर अच्छा महसूस कर रहे हैं. इस मैदान पर आते ही गांगुली ने अपनी पुरानी यादें ताजा कीं. गांगुली ने ट्विटर पर बीसीसीआई के सचिव जय शाह, कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल के साथ एक सेल्फी साझा कर लिखा, "एक अलग तौर पर इस शानदार मैदान पर वापसी कर अच्छा लगा..वो भी दो शानदार लोगों के साथ."

गांगुली के ट्वीट के साथ लॉडर्स क्रिकेट ग्राउंड के ट्विटर से लिखा गया, "आपको वापस लॉर्ड्स पर देख कर अच्छा लगा." गांगुली इंग्लैंड में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अधिकारियों के साथ बैठक करने गए हैं.

इसी मैदान पर गांगुली ने टेस्ट पदार्पण किया था और शतक बनाया था. साथ ही इसी मैदान पर नेटवेस्ट सीरीज का वो ऐतिहासिक फाइनल खेला गया था जिसमें गांगुली ने कप्तान रहते अपनी टी-शर्ट उतारी थी.