घरेलू क्रिकेट में लगातार चार सालों से शानदार प्रदर्शन कर रहे मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर जलस सक्सेना भारतीय क्रिकेट बोर्ड से खासे नाराज हैं. जलज को रणजी ट्रॉफी के 2017-18 सीजन में ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए बीसीसीआई की ओर से माधव राव सिंधिया अवॉर्ड(सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज) और लाला अमरनाथ(सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर) अवॉर्ड के लिए चुना गया है, जो कि अगल हफ्ते दिए जाएंगे. लेकिन अवॉर्ड लेने से पहले उन्होंने बीसीसीआई पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी जाहिर कर दी.


अवॉर्ड मिलने की खुशी के बदले बीसीसीआई से नाराज होते हुए जलज ने इंडियन एक्स्प्रेस से कहा, मुझे अवॉर्ड दिया जा रहा है लेकिन इसका कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा, अगर बीसीसीआई मुझे ये नहीं बता सकती कि बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी अगर पिछले चार सालों में मुझे इंडिया ए के लिए भी नहीं चुना गया तो फिर इस अवॉर्ड का क्या मतलब है. उन्होंने कहा कि यह अवॉर्ड मुझे खुशी नहीं दे रहा बल्कि मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं.


आपको बता दें कि पिछले चार साल में बीसीसीआई ने जलज को तीन बार बेस्ट ऑलराउंडर के खिताब से नवाजा है लेकिन 2013 के बाद से उन्हें इंडिया ए में भी जगह नहीं मिली है.


आपको बता दें कि जलज पिछले करीब 12 सालों से भारतीय घरेलू क्रिकेट का हिस्सा रहे हैं. रणजी क्रिकेट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है. उन्होंने अब तक 81 फर्स्ट क्लास मैच में जहां 4510 रन बनाए हैं वहीं 191 विकेट अपने नाम किया है. पिछले सीजन में भी उन्होंने 44 शिकार किए थे जबकि 2015-16 में उन्होंने 46 विकेट के साथ 530 रन भी जोड़े थे.


पिछले सीजन में जलज ने मध्य प्रदेश से अपना नाता तोड़ा और केरला टीम से जुड़ गए. उन्होंने कहा, हर कोई सवाल करता है कि बीसीसीआई की ओर से पिछले चार साल से अवॉर्ड दिया जा रहा है लेकिन टीम में नाम कब आएगा. अब ये सवाल मुझे अपमानित महसूस कराते हैं.


जलज इस बात से भी हैरान हैं कि खिलाड़ियों को आईपीएल के सहारे बड़े मौके मिल रहे हैं. उन्होंने कहा, ऐसा लगता है टीम में चयन के लिए आईपीएल ही एक पैमाना है, हर खिलाड़ी आईपीएल में जाता है लेकिन कोई टीम मुझे नहीं खरीदती तो इसमें मेरी क्या गलती है. आपको बता दें कि जलज ने यो-यो टेस्ट भी काफी अच्छे स्कोर से पास किया है.