टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा कि वो रिषभ पंत पर बंदूक नहीं तानना चाहते बल्कि उसके बदले वो चाहते है कि जो लोग उनके पीछे पड़े हैं वो थोड़े शांत हो जाएं और युवा विकेटकीपर बल्लेबाज को फॉर्म में आने और अपना बेहतरीन खेल दिखाने का मौका दें. पंत को ये दिलासा दिलवाना होगा कि आप अभी युवा हैं और एक ही दिन में सबकुछ नहीं बदल जाता है. आप गलती करते हैं लेकिन अगर आप उन चीजों से सीखेंगे और ये खेल आपको आगे बढ़ना सीखाएगा. जिंदगी ऐसी ही चलती है आप जितना मेहनत और संघर्ष करेंगे और उतने ही बेहतरीन बनेंगे.

शास्त्री ने ये भी कहा कि वो जब वो ब्रॉडकास्टर के रोल में थे और क्रिकेट को काफी ज्यादा कवर करते थे तो वो खेल को अच्छे से समझते थे. इस दौरान उन्हें खेल और खिलाड़ियों के बारे में जानने का काफी ज्यादा मौका मिला था.

शास्त्री ने कहा, '' मुझे लगता है कि मेरे लिए वो काफी बड़ी मदद थी. सच कहूं तो 40 साल में मैंने कुछ मिस नहीं किया. मैं साल 1980 में मुंबई के लिए खेलता था और उस दौरान मैंने एक भी सेशन नहीं छोड़ा था.''