अकेले विराट नहीं बल्कि गेंदबाजों पर टिकी हैं अब बंगलुरू की किस्मत
ऐसे वक्त में जब विराट कोहली की कप्तानी को लेकर कानाफूसी शुरू हुई ही थी कि उनकी टीम ने एक अहम मैच जीत लिया. मंगलवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए मैच में बंगलुरू ने मुंबई इंडियंस को 14 रनों से हरा दिया.
ऐसे वक्त में जब विराट कोहली की कप्तानी को लेकर कानाफूसी शुरू हुई ही थी कि उनकी टीम ने एक अहम मैच जीत लिया. मंगलवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए मैच में बंगलुरू ने मुंबई इंडियंस को 14 रनों से हरा दिया.
इस जीत के बाद बंगलुरू की टीम प्वाइंट टेबल में पांचवे नंबर पर आ गई है. हालांकि छठे नंबर पर मौजूद राजस्थान की टीम ने अभी बंगलुरू के मुकाबले एक मैच कम खेला है. अब आईपीएल के इस सीजन के आधा बीत जाने के बाद सारी लड़ाई टॉप-4 टीमों में जगह बनाने की है. जिससे प्लेऑफ में खेलने का मौका मिले. चेन्नई सुपरकिंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद और किंग्स इलेवन पंजाब की टीमों ने प्वाइंट टेबल की पहली तीन पायदान पर जिस मजबूती के साथ सिक्का जमाया हुआ है उससे लगता नहीं कि इन तीनों में से कोई भी टीम टॉप-4 में से बाहर होगी.
ऐसे में टॉप-4 की आखिरी टीम के लिए कड़ा मुकाबला है. बंगलुरू के अलावा दावेदारी कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स की टीम भी है. टॉप 4 में मुंबई इंडियंस और दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम का पहुंचना लगभग असंभव है. दोनों ही टीमें 8-8 मैच खेल चुकी हैं. इसमें उन्हें सिर्फ 2 मैचों में जीत मिली है. जाहिर है प्वाइंट टेबल के इस गणित में विराट कोहली की टीम बड़े मौके पर मुंबई के खिलाफ मैच जीती है. यहां से अभी उसे 6 मैच और खेलने है, टॉप 4 में पहुंचने के लिए लगभग 5 मैच जीतने होंगे.
गेंदबाजों का चमकना है जरूरी
मुंबई के खिलाफ विराट कोहली की टीम की जीत में गेंदबाजों का रोल अहम रहा. मुंबई के बैटिंग लाइन अप को देखते हुए 168 रनों का लक्ष्य कोई बहुत बड़ा लक्ष्य नहीं था लेकिन विराट कोहली के गेंदबाजों ने इसे मुश्किल बना दिया. वाशिंगटन सुंदर के 15 रनों के एक महंगे ओवर को छोड़ दें तो बाकी गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया. टिम साउदी और यजुवेंद्र चहल ने मुंबई के बल्लेबाजों को हाथ खोलने का मौका ही नहीं दिया.
चहल को कोई विकेट नहीं मिला लेकिन वो बहुत किफायती रहे. चहल ने 4 ओवर में सिर्फ 23 रन दिए. उनके अलावा टिम साउदी ने 4 ओवर में 25, उमेश यादव ने 29 और मोहम्मद सिराज ने 28 रन दिए. इन तीनों ही गेंदबाजों ने 2-2 विकेट चटकाए. टिम साउदी को प्लेयर ऑफ द मैच भी दिया गया. एक समय था जब क्रुनाल पांड्या और हार्दिक पांड्या क्रीज पर थे. दोनों भाई समझ बूझ से खेल रहे थे लेकिन जैसे जैसे रनरेट बढ़ता गया वैसे वैसे उन पर दबाव बढ़ता गया. इन दोनों ही बल्लेबाजों को टिम साउदी ने खूब परेशान किया. विकेट के दूसरे छोर से साउदी को मोहम्मद सिराज का अच्छा साथ मिला.
विराट गेंदबाजों के कप्तान रहे हैं
विराट कोहली को वैसे भी गेंदबाजों का कप्तान माना जाता है. कहने का आशय ये है कि उनके आने के बाद भारतीय गेंदबाजी में जबरदस्त सुधार आया है. टेस्ट क्रिकेट से लेकर वनडे में भारतीय गेंदबाजों की लाइन लेंथ की तारीफ सभी ने की है. हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर भारतीय गेंदबाजों ने तीनों टेस्ट मैच में मेजबान टीम के 20-20 विकेट लिए. विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम मैदान में पांच स्पेशलिस्ट गेंदबाजों को लेकर भी उतरी है. जो पहले देखने को नहीं मिलता था. इसीलिए ये कहा जाता है कि विराट कोहली अपने गेंदबाजों का बहुत ध्यान रखते हैं.
आईपीएल में विराट के गेंदबाज अपने रंग में नहीं थे. यही वजह है कि विराट कोहली और एबी डीविलियर्स की शानदार पारियों के बाद भी बंगलुरू की टीम को इस सीजन में कई मैचों में हार का सामना करना पड़ा. इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की फेहरिस्त में विराट कोहली दूसरे नंबर पर हैं. डीविलियर्स भी टॉप 10 बल्लेबाजों में शामिल हैं. लेकिन फीकी गेंदबाजी से टीम का प्रदर्शन पटरी पर नहीं आ पा रहा था. मंगलवार को गेंदबाजों ने दम दिखाया है. बंगलुरू का अगला मैच चेन्नई से है. उस मैच में भी अगर पूरी टीम एक साथ ‘क्लिक’ हुई और मैदान मारा तो फिर बंगलुरू की टीम के फैंस का विश्वास वापस जग जाएगा.