जसप्रीत बुमराह (चार ओवर में 20 रन पर तीन विकेट) की बेहतरीन गेंदबाजी की मदद से मुंबई इंडियंस ने अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 70) के अर्धशतक पर पानी फेरते हुए अपनी टीम मुंबई इंडियंस को आईपीएल सीज़न 12 की पहली जीत दिला दी. मुंबई के हाथों बैंगलोर को रोमांचक मुकाबले में छह रन से हरा दिया. तीन बार की चैम्पियन मुंबई की दो मैचों में यह पहली जीत है जबकि बेंगलोर को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा है.
मुंबई ने यहां एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 187 रन का स्कोर बनाया और फिर बेंगलोर को निर्धारित 20 ओवर में पांच विकेट पर 181 रन पर रोक दिया.
लेकिन इस मैच को हारने के बाद आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने अंपायरों को खरी खोटी सुनाई क्योंकि विराट को लगता है कि ये मुकाबला आरसीबी की टीम अंपायरों की चूक से हारा. दरअसल पारी के आखिरी ओवर में आरसीबी को जीत के लिए 17 रनों की ज़रूरत थी. जबकि आखिरी गेंद पर उसे 7 रन चाहिए थे. लेकिन ओवर की आखिरी गेंद नो बॉल रही जिस पर अंपायर ने ध्यान नहीं दिया और इस वजह से आरसीबी की टीम ये मौका चूक गई.
आइय जानें क्या हुआ:
लसिथ मलिंगा गेंदबाजी कर रहे थे और सामने थे शिवम दुबे. मलिंगा ने गेंद फेंकी और दुबे ने लॉन्ग ऑन पर शॉट खेला. बैंगलोर के बल्लेबाजों ने रन नहीं दौड़ा लेकिन रीप्ले में देखा गया कि मलिंगा ने पैर क्रीज से आगे बढ़ा हुआ था.
इससे ये साफ है कि ये गेंद एक नो-बॉल थी लेकिन अंपायर ने इस पर ध्यान नहीं दिया. मैच के बाद बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली इस पर बुरी तरह भड़के. मैच के बाद उन्होंने कहा कि यह आईपीएल है कोई क्लब क्रिकेट नहीं.
कोहली ने कहा, 'ये बहुत ही गलत बात है. हम आईपीएल में खेल रहे हैं न कि क्लब का कोई मैच. अंपायर को अपनी आंखें खोलकर रखनी चाहिए थी. आखिरी गेंद पर इस तरह का फैसला बहुत बुरी बात है. करीबी मैचों में अगर इस तरह के फैसले आते रहे तो मैं नहीं जानता कि क्या होगा. अंपायर्स को और भी ज्यादा सजग होना चाहिए था और जागरूक होने की ज़रूरत थी'