(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ishan And Iyer: 'कुछ भी जबरदस्ती नहीं...', श्रेयस अय्यर और ईशान किशन पर विकेटकीपर बल्लेबाज का बड़ा बयान
Wriddhiman Saha: विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर किए जाने के मामले पर बड़ा बयान दिया है. आइये जानें उन्होंने क्या कुछ कहा है.
Wriddhiman Saha On Shreyas Iyer and Ishan Kishan: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किए जाने पर अपनी बात रखी है. साहा ने गुरुवार को कहा कि अगर कोई खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में नहीं खेलना चाहता तो कुछ भी जबरदस्ती नहीं किया जा सकता है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू क्रिकेट आधार है और हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने के लिए इसे पर्याप्त महत्व देना चाहिए.
बता दें कि बुधवार को श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के खिलाड़ियों की लिस्ट से बाहर कर दिया गया. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान में कहा था कि ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के नाम पर विचार नहीं किया गया. इसके बाद ही साहा का रिएक्शन आया है.
आईपीएल में गुजरात टाइटंस के लिए खेलने वाले रिद्धिमान साहा ने कहा, "यह बीसीसीआई का फैसला है और संबंधित खिलाड़ियों का व्यक्तिगत निर्णय है. आप जबरदस्ती कुछ नहीं कर सकते." बता दें कि अय्यर और ईशान बीसीसीआई के आदेश के बाद भी रणजी ट्रॉफी नहीं खेल रहे थे. बीतें कुछ दिनों में दोनों को लेकर कई तरह की खबरें भी सामने आईं.
साहा ने आगे अपना उदाहरण देते हुए कहा कि एक क्रिकेटर को हर मैच को समान महत्व देना चाहिए. उन्होंने कहा, "जब भी मैं फिट होता हूं तो मैं खेलता हूं, यहां तक कि मैंने क्लब मैच भी खेले हैं. कार्यालय के मैच भी खेले हैं. मैं हमेशा एक मैच को एक मैच की तरह लेता हूं. मेरे लिए सभी मैच बराबर हैं. अगर हर खिलाड़ी इस तरह से सोचता है तो वह अपने करियर में केवल समृद्ध होंगे और यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी बेहतर होगा."
सरफराज खान को लेकर साहा ने कहा, "मुझे लगता है कि घरेलू क्रिकेट का महत्व हमेशा रहता है, क्योंकि अगर मैं सरफराज खान के बारे में बात करूं तो उसने पिछले चार-पांच सालों में काफी रन बनाए हैं. निश्चित रूप से उसने अच्छा प्रदर्शन किया है."
साहा ने इस बीच युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल की बल्लेबाजी को ‘उत्कृष्ट’ करार दिया. जुरेल ने तीसरे टेस्ट में डेब्यू करते हुए 46 रन की शानदार पारी खेली और इसके बाद रांची में चौथे टेस्ट में 90 और 39 रन बनाए, जिससे उन्हें मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला. उन्होंने कहा, "मैंने उन्हें (जुरेल) घरेलू क्रिकेट में कभी खेलते हुए नहीं देखा. यहां तक कि टेस्ट मैचों में भी मैंने उसकी पारी के मुख्य अंश देखे हैं, लेकिन उसकी बल्लेबाजी शानदार है, उसने टीम के लिए पिछला टेस्ट जीता."