चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने क्रिकेटर युवराज सिंह की याचिका पर हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया. युवराज सिंह ने पिछले साल इंस्टाग्राम पर चैट के दौरान एक अन्य क्रिकेटर के खिलाफ कथित जातिवादी टिप्पणी करने पर अपने विरूद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी को खारिज करने का अनुरोध करते हुए यह याचिका दायर की है.
युवराज सिंह के वकील पुनीत बाली ने बताया कि अदालत ने कहा कि सिंह के खिलाफ कोई जबरिया कार्रवाई नहीं की जाए और शिकायकर्ता एवं राज्य को नोटिस जारी किया गया. राज्य सरकार को चार सप्ताह में जवाब देने का निर्देश दिया गया है. बाली ने कहा कि याचिकाकर्ता और बल्लेबाज रोहित शर्मा पिछले साल अप्रैल में लाइव चैट कर रहे थे और वे इस पर चर्चा कर रहे थे कि महामारी एवं लॉकडाउन में जिंदगी कैसी हो गयी है.
बाली ने कहा कि युवराज सिंह ने दो अन्य क्रिकेटरों के बारे में दोस्ताना तरीके से चर्चा की और इस दौरान सिंह का उनका या किसी समुदाय का अपमान करने की मंशा भी नहीं थी. इसी माह के प्रारंभ में हरियाणा पुलिस ने सिंह के खिलाफ अन्य भारतीय क्रिकेटर के विरूद्ध कथित जातिवादी टिप्पणी करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज की. सिंह ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी.
बता दें कि टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह ने आठ महीने पहले इंस्टाग्राम लाइव वीडियो के दौरान युजवेंद्र चहल पर की गई गैरइरादतन टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी. उन पर क्रिकेटर युजवेंद्र चहल के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी का आरोप लगाया गया है.
दरअसल, युवराज ने जून 2020 मे रोहित शर्मा के साथ लाइव इंस्टाग्राम वीडियो किया. इसमे लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल टिक-टॉक वीडियो पर चर्चा करते नजर आए थे. इस दौरान की गई एक टिप्पणी सोशल मीडिया में काफी वायरल हुई थी. इसका विरोध होने पर युवराज सिंह ने कहा था कि उन्हें गलत समझा गया'.
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