US Open 2022: यूएस ओपन में नहीं दिखेंगे नोवाक जोकोविच, कोरोना वैक्सीन का विरोध पड़ा महंगा
यूएस ओपन 2022 से नोवाक जोकोविच बाहर हो गए हैं. कोविड वैक्सीन का विरोध करना उन्हें फिर से महंगा पड़ा है.
US Open 2022: सर्बिया के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच यूएस ओपन में नहीं दिखेंगे. दरअसल, अमेरिका में विदेशी नागरिकों के लिए कोरोना वैक्सीन से जुड़ी नई गाइलाइन्स जारी की थी. जिसके बाद नोवाक जोकोविच ने न्यूयॉर्क में होने वाले यूएस ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है. जोकोविच लंबे समय से कोरोना वैक्सीन का विरोध करते रहे हैं उनके इस विरोध में कई दिग्ग्ज खिलाड़ी भी समर्थन कर चुके हैं.
जोकोविच ने ट्वीट कर दी जानकारी
यूएस ओपन से बाहर होने की जानकारी जोकोविच ने अपने ट्विटर हैंडल से दी उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि मैं इस बार यूएस ओपन के लिए न्यूयॉर्क की यात्रा नहीं कर पाऊंगा. प्यार और समर्थन के आपके संदेशों के लिए #NoleFam को धन्यवाद. सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं. मैं अच्छे शेप और सकारात्मक भावना में रहूंगा और फिर से प्रतिस्पर्धा करने के अवसर की प्रतीक्षा करूंगा. जल्द ही मिलते हैं टेनिस वर्ल्ड.
नई गाइडलाइन के कारण नाम लिया वापस
नोवाक जोकोविच ने यूएस ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है. सर्बिया के स्टार खिलाड़ी और 21 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन जोकोविच को उम्मीद थी कि अमेरिका में सीडीसी विदेशी .यात्रियों के लिए कोविड वैक्सीन से जुड़ी नई गाइडलाइन जारी करेगा जिसके तहत कोविड वैक्सीन लेना अनिवार्य नहीं होगा. सीडीसी ने अमेरिकी नागरिकों के इन गाइडलाइन्स को हटा दिया है. ऐसे में जोकोविच को भी उम्मीद थी कि इस नियम को विदेशी यात्रियों के लिए भी बदला जाएगा. जिससे वह यूएस ओपन में भाग ले सकेंगे पर ऐसा नहीं हुआ.
कोविड-19 वैक्सीनेशन का विरोध करते रहे हैं जोकोविच
जोकोविच वैक्सीनेशन की अनिवार्यता के खिलाफ हैं. वह इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता से जोड़कर देखते हैं. उनके मुताबिक वैक्सीन लगवाना या नहीं लगवाने का फैसला व्यक्ति का अपना होना चाहिए. सरकारों द्वारा इस फैसले को जबरदस्ती नहीं थोपा जाना चाहिए. अपने इसी एजंडे पर कायम रहते हुए जोकोविच ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है. वैक्सीन को लेकर उनके इसी रूख के चलते जनवरी में जब वह ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी हिस्सा लेने के लिए मेलबर्न पहुंचे थे तो उन्हें एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया गया था. कुछ दिनों बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया से बाहर भेज दिया गया था.
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