Virat Kohli Statement: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने विराट कोहली (Virat Kohli) को वनडे की कप्तानी से हटाने का फैसला किया था. उनकी जगह रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को वनडे का नया कप्तान बनाया गया. जब तमाम लोगों ने बीसीसीआई के फैसले पर सवाल उठाए, तो खुद बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguli) ने इस पर सफाई दी थी. हालांकि विराट ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी, तो एक बार फिर बीसीसीआई के फैसले पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. जानिए क्या है पूरा मामला.
वनडे की कप्तानी करना चाहते थे कोहली
विराट कोहली ने खुलासा किया कि वे टेस्ट और वनडे में टीम इंडिया की कप्तानी करना चाहते थे. इस बारे में उन्होंने बीसीसीआई को भी बताया था. हालांकि बोर्ड ने उनसे बिना चर्चा किए वनडे की कप्तानी रोहित शर्मा को सौंप दी. बोर्ड के इस फैसले को विराट ने मान लिया, क्योंकि वह टीम इंडिया के लिए किसी तरह की परेशानी खड़ी नहीं करना चाहते थे. विराट ने यह भी बताया कि वनडे की कप्तानी को लेकर पहले फैसला ले लिया गया और बाद में उन्हें फोन के जरिए बता दिया गया. T20 वर्ल्ड कप के बाद 8 दिसंबर तक उनसे बोर्ड ने कोई संपर्क नहीं किया.
बीसीसीआई अध्यक्ष ने यह कहा था
पिछले दिनों जब बोर्ड के इस फैसले पर सवाल उठे थे तो अध्यक्ष सौरव गांगुली ने खुद आकर इस मामले पर सफाई दी थी. गांगुली ने कहा था कि बोर्ड नहीं चाहता था कि विराट कोहली टी20 की कप्तानी छोड़ें. इसके लिए उनसे रिक्वेस्ट भी की गई लेकिन विराट नहीं माने. ऐसी स्थिति में बोर्ड और चयनकर्ताओं ने टी20 और वनडे की कप्तानी रोहित को सौंपने का निर्णय लिया. गांगुली ने कहा था कि इस बारे में विराट कोहली से भी चर्चा की गई और उन्होंने अपनी सहमति जताई. हालांकि विराट ने इस बात को सिरे से खारिज किया.
आखिर क्यों बोर्ड ने कोहली को बिना बताए बदला कप्तान?
सूत्रों की मानें तो टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ही बोर्ड ने यह फैसला कर लिया था कि विराट को वनडे की कप्तानी से हटा दिया जाएगा. इसकी एक वजह यह भी थी कि बेहतरीन कप्तान होने के बावजूद विराट की अगुवाई में टीम इंडिया एक भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाई. दूसरी तरफ रोहित आईपीएल में एक सफल कप्तान के तौर पर उभरे. बोर्ड को कोहली के विकल्प के रूप में रोहित शर्मा सबसे सही लगे.