Team India: क्रिकेट मैच के दौरान जब बल्लेबाज 90 रनों के स्कोर को पार कर लेता है, तो वह कई बार 'नर्वस' (Nervous) होकर आउट हो जाता है. क्रिकेट जगत में इस घटना को 'नर्वस नाइंटीज' (Nervous Nineties) के नाम से जाना जाता है. आज आपको उन चार खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं, जो अपने वनडे करियर में सबसे ज्यादा बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए. आपको जानकर हैरानी होगी इस लिस्ट में सबसे ऊपर भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का नाम है. चलिए इस बारे में विस्तार से जान लेते हैं.
1. सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट की दुनिया के 'भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर वनडे करियर में सबसे ज्यादा बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए. वे अपने वनडे करियर में 18 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार होकर पवेलियन लौटे और शतक से चूक गए. इसके बावजूद उनके नाम वनडे में सबसे ज्यादा 49 शतक दर्ज हैं. सचिन ने 463 वनडे मैच खेले, जिनमें 44.83 के एवरेज से 18426 रन बनाए. वह वनडे में 18000 से ज्यादा रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं.
2. ग्रांट फ्लावर
जिंबाब्वे के पूर्व कप्तान ग्रांट फ्लावर अपने जमाने के धुरंधर ऑलराउंडर माने जाते थे. शानदार बल्लेबाजी के अलावा वे गेंदबाजी से विरोधी टीम के पसीने छुड़ा देते थे. ग्रांट फ्लावर अपने वनडे करियर में 9 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए. उन्होंने 221 वनडे मुकाबले खेले, जिनमें 33.52 की औसत से 6571 रन बनाए.
3. नाथन एस्ले
न्यूजीलैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज नाथन एस्ले भी नर्वस नाइंटीज का सबसे ज्यादा शिकार होने वाले खिलाड़ी हैं. 1995 में डेब्यू करने वाले नाथन ने न्यूजीलैंड की तरफ से 223 वनडे मुकाबले खेले, जिनमें 9 बार वे नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए. उनके नाम वनडे में 7090 रन दर्ज हैं.
4. अरविंद डी सिल्वा
श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी अरविंद डी सिल्वा अपने वनडे करियर में 9 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए. उन्होंने अपने करियर में 308 वनडे मुकाबले खेले, जिनमें 34.90 की औसत से 9284 रन बनाए. डी सिल्वा ने अपने वनडे करियर में 11 शतक और 64 अर्धशतक लगाए.