ODI World CUP 2023: सूर्यकुमार यादव को वर्ल्ड कप के लिए तैयार करना चाहिए, पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने बताया इसका कारण
Indian Cricket Team: पूर्व भारतीय क्रिकेटर का मानना है कि टीम इंडिया को सूर्यकुमार यादव के साथ बने रहना चाहिए और उन्हें वर्ल्ड कप टीम के लिए तैयार करना चाहिए.
Suryakumar Yadav: सूर्यकुमार यादव के बारे में आजकल काफी चर्चाएं हो रही है. भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप की तैयारी कर रही है, और पिछली बार की तरह भारत को नंबर-4 के लिए एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की जरूरत है. हालांकि, भारतीय टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद श्रेयष अय्यर हैं, लेकिन उनके चोटिल होने की वजह से टीम सूर्यकुमार यादव को मौका दे रही है. सूर्या को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई वनडे सीरीज के तीनों मैच में खेलने का मौका दिया गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश सूर्या तीनों मैचों में गोल्डन डक यानी पहली-पहली गेंद पर ही आउट हो गए. उसके बाद से सूर्या के ऊपर चर्चाएं का बाजार काफी गरम है. कुछ लोगों का मानना है कि टीम को सूर्या के साथ बने रहना चाहिए तो वहीं कुछ लोगों का मानना है कि सूर्या की जगह संजू सैमसन पर दांव लगाना चाहिए.
सूर्या को मौका मिलना चाहिए: निखिल चोपड़ा
इस बहस में आप पूर्व भारतीय क्रिकेटर निखिल चोपड़ा का नाम भी जुड़ गया है. निखिल ने टीम मैनेजमेंट को सूर्या के साथ बने रहने की सलाह दी है. निखिल चोपड़ा ने न्यूज 18 क्रिकेट से बात करते हुए कहा कि, उन्होंने पिछले साल क्या दिखाया, उन्होंने टी20 फॉर्मेट में 180 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से 1000 से भी ज्यादा रन बनाए. मुझे लगता है कि उन्हें वर्ल्ड कप स्क्वॉड में जगह बनानी चाहिए. जब सूर्या रन बनाना शुरू करते हैं तो उसकी कोई लिमिट नहीं है. क्योंकि जब वो परफॉर्म करेंगे तो आप मैच जीतेंगे. वह हमेशा मैच जीतने की मांइडसेट के साथ बल्लेबाजी करते हैं, तो इसलिए मुझे उम्मीद है कि उन्हें वर्ल्ड कप की प्लेइंग इलेवन में जगह मिलेगी और भारतीय टीम उनके साथ बनी रहेगी.
निखिल चोपड़ा ने इसके आगे कहा कि, सूर्या जितने ज्यादा गेम खेलते जाएंगे, उन्हें उनता ही अनुभव होता जाएगा और उनका गेम भी बेहतर होता जाएगा और टीम उतने ज्यादा मैच जीतती जाएगी. श्रेयस अय्यर के बारे में पूछने पर निखिल ने कहा कि, यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि वह चोटिल है, लेकिन चोट खेला का एक हिस्सा होता है. जब किसी को चोट लगती है तो किसी दूसरे के लिए एक नया मौका बनता है, इसी को खेल कहते हैं. आप ऐसा बहुत कम सुनते होंगे कि कोई खिलाड़ी अपने पूरे करियर में कभी चोटिल नहीं हुआ. महान कपिल देव उनमें से एक खिलाड़ी थे. तो चोट खेल का एक हिस्सा है, जो आता-जाता रहता है.