IND vs AUS 3rd Test: एक बार फिर शर्मिंदा हो सकती है BCCI, इंदौर पिच को भी ‘औसत’ रेटिंग मिलने का बढ़ा खतरा
Indore Test: नागपुर और दिल्ली के बाद अब इंदौर की पिच को आईसीसी द्वारा 'औसत' की रेटिंग दी जा सकती है. इंदौर में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के पहले ही दिन पिच में काफी हरकत देखने को मिली थी.
Indore Pitch: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) का तीसरा मैच इंदौर के होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा. यहां कि पिच ने सभी को हौरान किया है. पिच में पहले ही दिन काफी ज़्यादा टर्न देखने को मिला, जो टीम इंडिया के लिए खतरा बना और भारतीय टीम अपनी पहली पारी में महज़ 109 रनों पर ऑलआउट हो गई. नागपुर और दिल्ली की तर्ज पर इंदौर की पिच को भी आईसीसी (ICC) की ओर से ‘औसत’ की रेटिंग दी जा सकती है.
पिच में टर्न के चलते पहले ही दिन कुल 14 विकेट गिर गए थे. भारतीय टीम के ऑलआउट होने के बाद बल्लेबाज़ी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने भी दिन खत्म होने तक 156 रनों पर 4 विकेट गंवा दिए थे. हालांकि, अभी कुछ साफ नहीं हुआ है, लेकिन आईसीसी मैच रेफरी क्रिस बोर्ड इंदौर पिच पर कार्रवाई कर सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले नागपुर और दिल्ली की पिचों को आईसीसी द्वारा 'औसत' की रेटिंग दी गई थी.
इंदौर पिच को क्यों मिल सकती है ‘औसत’ रेटिंग?
मैच के पहले ही दिन टीम इंडिया महज़ 109 रनों पर आलआउट हो गई और बाद में बल्लेबाज़ी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने भी दिन खत्म होने तक कुल 4 विकेट गंवा दिए थे. पहले दिन कुल 14 विकेट गिरे थे.
ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन को 8.3 डिग्री की टर्न मिली थी. यह मैच का पहला ही दिन था और पहले ही दिन इतनी टर्न मिलना.
जैसे नागपुर और दिल्ली में खेले गए दोनों टेस्ट मैच दो दिन में खत्म हो गए, वैसे ही यहां भी उम्मीद लग रही है कि ये मैच भी तीन दिन में खत्म हो सकता है.
यह टेस्ट क्रिकेट का मजाक बनाता है
पूर्व भारतीय क्रिकेट दिलीप वेंगसरकर ने पिच को लेकर पीटीआई से बात करते हुए कहा, “अगर आप अच्छा क्रिकेट देखना चहाते हैं तो पिच से फर्क पड़ता है. आपके पास समान उछाल वाले विकेट होने चाहिए ताकि बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को बराबर मौके मिलें. अगर गेंद पहले ही दिन और पहले ही सेशन से असमान उछाल के साथ घूमने लगती है, यह टेस्ट क्रिकेट का मज़ाक बनाता है.”
गौरतलब है कि यह मैच धर्मशाला के इंदौर शिफ्ट किया गया था. एक पिच एक्सपर्ट ने गोपनियता बनाए रखने की शर्त पर पीटीआई से बात करते हुए कहा, “एक टेस्ट विकेट तैयार करने के लिए कम से कम एक महीना लगता है. पिच को भी आराम चाहिए होता है. इस मामले में, रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल और इस मैच के बीच दो हफ्ते का भी समय नहीं था. इससे पहले यहां पिछले महीने भारत बनाम न्यूज़ीलैंड के बीच वनडे खेला गया था.”
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