नई दिल्ली: भारतीय टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह ने आज महेंद्र सिंह धोनी के सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने के फैसले का स्वागत किया है. युवराज को लगता है कि अब वे अपने पुराने दिनों की यादों को ताजा करके अपनी ‘बेपरवाह क्रिकेट’ से क्रिकेट प्रेमियों का भरपूर मनोरंजन कर सकते हैं.


युवराज ने कहा, ‘‘यह उसके (धोनी) साथ पुराने दिनों की तरह खेलने जैसा होगा जबकि हमने शुरूआत की थी. निश्चित तौर पर मैंने उससे काफी पहले शुरूआत कर ली थी (युवराज ने 2000 और धोनी ने 2004 में पदार्पण किया), लेकिन तब हम जब साथ में खेलते थे पूरी तरह से बेपरवाह होकर खेला करते थे. हम आगामी सीरीज में फिर से ऐसा कर सकते है. ’’


धोनी की अगुवाई वाली विश्व कप विजेता टीमों (2007 और 2011) के अहम अंग रहे युवराज ने एक खिलाड़ी और कप्तान के रूप में धोनी के योगदान की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी टीम नंबर एक बनी, दो विश्व कप जीते और ये बेजोड़ उपलब्धियां हैं. मुझे पक्का पता नहीं कि कितने कप्तानों ने ऐसी उपलब्धियां हासिल की. वह बेहद शांतचित और सुलझा हुआ कप्तान था.’’


युवराज ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि उसने कप्तानी छोड़कर बहुत अच्छा फैसला किया क्योंकि उसने निश्चित तौर सोचा होगा कि अगले खिलाड़ी को नेतृत्व करना चाहिए और विश्व कप 2019 के लिए टीम तैयार करनी चाहिए और उन्होंने इसके लिये विराट के बारे में सोचा होगा. मेरा मानना हे कि वह भी एक खिलाड़ी के रूप में इस टीम में काफी योगदान दे सकता है.