बेंगलुरू: ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का मानना है कि दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में तेज गेंदबाज अगले दो दिनों में अहम भूमिका निभा सकते हैं और उन्होंने भारत को चौथे दिन जल्दी आउट करने के लिये अधिक से अधिक सीधी गेंद करने पर जोर दिया. 



 



भारत ने अपनी दूसरी पारी में चार विकेट पर 213 रन बनाये हैं और वह 126 रन की बढ़त हासिल कर चुका है. हेजलवुड ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘तेज गेंदबाज अब भी गेंद काफी बाहर कर रहे हैं. पिच से असमान उछाल मिल रही है और कुछ गेंदे अधिक उछाल ले रही है. हमें अधिक सीधी गेंदें करनी होंगी. स्पिनरों ने फिर से बहुत अच्छी गेंदबाजी की. हम कल वापसी करेंगे और उम्मीद है कि अच्छी गेंदबाजी करेंगे. ’’ 



 



हेजलवुड ने कहा कि स्वदेश में गेंदबाजों को ऑफ स्टंप से बाहर गेंदबाजी करने की आदत है ताकि गेंद बल्ले का किनारा लेकर जाए लेकिन भारत में पगबाधा आउट करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया में आप ऑफ स्टंप से बाहर गेंद करते हो ताकि गेंद बल्ले का किनारा लेकर जाए. हां वहां बेहतर उछाल और थोड़ी स्विंग मिलती है. ’’



 



हेजलवुड ने कहा, ‘‘यहां ऐसा नहीं है. इस असमान मूवमेंट, पिच पर पड़ी दरारों के कारण पगबाधा की संभावना अधिक बन जाती है. शायद इस मैच में आगे तेज गेंदबाज इस तरह से विकेट ले सकते हैं. ’’ हेजलवुड ने भारतीय तेज गेंदबाजों की तारीफ भी की. जारी 



 



26 साल के गेंदबाज ने चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की भी तारीफ की जिन्होंने अपनी प्रतिबद्ध बल्लेबाजी से भारत को वापसी दिलायी. उन्होंने कहा, ‘‘अभी मैच में दोनों टीमों का पलड़ा बराबर है. उन्होंने आखिरी सत्र में शानदार वापसी की. इसका श्रेय इन दोनों खिलाड़ियों को जाता है. वे अपनी रणनीति पर कायम रहे और उन्होंने जबर्दस्त बल्लेबाजी की. ’’ 



 



हेजलवुड ने हाटस्पाट के उपयोग के बारे में कहा, ‘‘यह बड़ी सीरीज है और आप यदि उपलब्ध हो तो हर तरह की प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहते हो. मुझे लगता है कि हॉटस्पाट कई अवसरों पर बहुत अच्छा काम करता है. हम आस्ट्रेलिया में इसका उपयोग करते हैं और यह आउट और नाट आउट के बीच अंतर पैदा कर सकता है. ’’ 



 



विराट कोहली के आउट होने के बारे में हेजलवुड ने कहा कि रिव्यू से साफ हो गया था कि गेंद बल्ले पर लगने से पहले पैड पर लगी थी. उन्होंने कहा, ‘‘शुरू में मैंने बल्ले की आवाज सुनी इसलिए बहुत अपील नहीं करना चाहता था लेकिन मैंने विकेट के पीछे और आसपास के क्षेत्ररक्षकों को देखा कि वे आश्वस्त हैं और असल में उन्हें आउट दिया गया. रिव्यू देखने के बाद आप देख सकते हो गेंद बल्ले पर लगने से पहले पैड पर लगी थी. इसलिए मैदानी अंपायर का फैसला बरकरार रहा. ’’