मुश्फीकुर रहीम (99) और मोहम्मद मिथुन (60) की शानदार पारियों की मदद से रख गए 240 रनों के लक्ष्य का बांग्लादेश के गेंदबाजों ने सफलता पूर्वक बचाव किया और पाकिस्तान को एशिया कप-2018 के सुपर-4 के अंतिम मुकाबले में 37 रनों से मात देकर तीसरी बार फाइनल में जगह बना ली है.


फाइनल में अब भारत की टक्कर बांग्लादेश से होगी. जबकि कई क्रिकेट फैंस का ये सपना भी टूट गया कि एक बार फिर से फाइनल में भारत और पाकिस्तान की जंग देखने को मिलेगी. भारत और बांग्लादेश की टीमों के बीच फाइनल मुकाबला 28 सितम्बर को खेला जाएगा.


इस मुकाबले में एक वक्त ऐसा लगने लगा था कि पाकिस्तान के दो सेट बल्लेबाज़ इमाम उल हक और शोएब मलिक पाकिस्तान को जीत की दहलीज़ पर ले जाकर ही दम लेंगे. लेकिन उस वक्त बांग्लादेश के कप्तान मसरफे मुर्तज़ा ने ऐसा कैच पकड़ा कि पूरा मैच ही बदल कर रख दिया.


बांग्लादेश से मिले 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम ने 18 रन के स्कोर पर अपने तीन विकेट गंवा दिए थे. यहां से मैच पाकिस्तान की झोली में से खिसकने लगा. लेकिन फिर ओपनर इमाम उल हक और मलिक ने ऐसी साझेदारी निभाई कि टीम को मुश्किल से बाहर ले जाने लगे. दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 67 रनों की साझेदारी हो चुकी थी.


तभी रुबेल हुसैन की गेंद पर मिडविकेट के ऊपर से शॉट खेलने की कोशिश की. लेकिन वहां खड़े कप्तान मुर्तज़ा ने अपने दाहिनी ओर डाइव लगाते हुए हवा में बेहतरीन कैच पकड़ा कि फिर मलिक के लिए कोई मौका नहीं बचा. इस विकेट के साथ ही पाकिस्तान ने मैच भी गंवा दिया. उनके आउट होने के बाद पूरी पाकिस्तान की टीम 209 रनों पर ही उम्मीद छोड़ बैठी.


इस कैच के बाद खुद बांग्लादेश के कप्तान ने भी कहा कि 'मैं खुशकिस्मत हूं कि मैंने वो कैच नहीं छोड़ा क्योंकि मलिक बेहतरीन फॉर्म में हैं.' 


देखें ये शानदार कैच: