पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में बल्लेबाज उमर अकमल पर कड़ी कार्रवाई की है. पीसीबी ने उमर अकमल पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया. पीबीसी का यह बैन सभी फॉर्मेट में लागू होगा जिसका मतलाब हुआ कि तीन साल तक उमर अकमल को क्रिकेट के मैदान से दूर रहना होगा. उमर अकमल पर यह प्रतिबंध उन्हें दिए गए फिक्सिंग के एक प्रस्ताव की जानकारी बोर्ड को नहीं देने पर लगाया गया है.


उमर अकमल को फिक्सिंग का यह प्रस्ताव पाकिस्तान सुपर लीग के पांचवें सीजन के शुरू होने पर मिला था. पीसीबी के भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तहत यह अनिवार्य है कि किसी खिलाड़ी को फिक्सिंग का कोई प्रस्ताव मिले तो वह बिना देर किए इसकी जानकारी बोर्ड को दे. ऐसा नहीं करने पर सजा का प्रावधान है.


अकमल ने नहीं की अपील


पीसीबी ने एक ट्वीट कर यह जानकारी दी है. ट्वीट में बताया गया है कि यह निर्णय बोर्ड की अनुशासन समिति के चेयरमैन जस्टिस (सेवानिवृत्त) फजल-ए-मीरान चौहान ने लिया है. पीसीबी ने इस मामले में उमर अकमल को 20 फरवरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था. पीएसएल में क्वेटा ग्लैडिएटर्स की तरफ से भाग लेने से भी रोक दिया गया था.



उन्हें पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के दो प्रावधानों के उल्लंघन का आरोपी पाया गया था. उमर ने नोटिस का जवाब देते हुए भ्रष्टाचार रोधी अधिकरण में अपील नहीं करने की बात कही थी. इसके बाद मामले को अनुशासन समिति को सौंप दिया गया था जिसने सुनवाई के बाद उमर को दोषी करार देते हुए तीन साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया.


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