पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की खस्ता हालत के लिए पूर्व चेयरमैन जका अशरफ को जिम्मेदार ठहराया है. इंजमाम उल हक का कहना है कि जका अशरफ की वजह से ही पाकिस्तान की टीम पिछले साल हुए वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाई. जका अशरफ ने न्यूजीलैंड दौरे पर पाकिस्तान की करारी हार के बाद चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया. जका अशरफ को पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया था.


इंजमाम उल हक ने आरोप लगाया कि वर्ल्ड कप के दौरान लगातार जका अशरफ ने टीम का मोरॉल नीचे गिराने का काम किया. जका अशरफ ने वर्ल्ड कप के दौरान कहा कि टीम का चयन कप्तान और सिलेक्टर्स ने किया है, बोर्ड ने नहीं. इंजमाम का मानना है कि इस बयान का पाकिस्तान के खिलाड़ियों पर बेहद बुरा असर पड़ा. इंजमाम ने कहा, ''क्या आप सोच सकते हैं कि इस तरह का बयान पीसीबी चेयरमैन की तरफ उस वक्त आए जब खिलाड़ी भारत में वर्ल्ड कप जैसा अहम टूर्नामेंट खेल रहे हैं. आपके चेयरमैन कह रहे हैं कि टीम का चयन सिर्फ कप्तान और सिलेक्टर ने किया है.''


इंजमाम ने लगाए गंभीर आरोप


इंजमाम उल हक पर वर्ल्ड कप के दौरान निजी हितों से टकराव के आरोप लगे थे. इन्हीं आरोपों की वजह से वर्ल्ड कप के बीच में ही इंजमाम उल हक ने वर्ल्ड कप के बीच में ही चीफ सिलेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया. इस पर बात करते हुए पूर्व कप्तान ने कहा, ''खिलाड़ियों की क्या स्थिति होगी जगह उन्हें वर्ल्ड कप के बीच में पता चलेगा कि चीफ सिलेक्टर का इस्तीफा हो गया है और उनके खिलाफ जांच के लिए कमेटी बैठी है. ऐसा और कहां होता है? मैं अब तक रिपोर्ट का इंतजार कर रहा हूं. मुझे बताया जाए कि सिलेक्टर रहते हुए मैंने क्या फायदा उठाया.''


इंजमाम का मानना है कि इन सब बातों की वजह से पाकिस्तान टीम की वर्ल्ड कप में परफॉर्मेंस पर असर पड़ा. इंजमाम ये भी मानते हैं कि पाकिस्तान की टीम काफी बेहतर है बस उसे बोर्ड की तरफ से पूरा साथ मिलने की जरूरत है.