Tape Ball Cricket: टेप बॉल से पाकिस्तान को मिल रहे धारदार गेंदबाज, इन्हीं गेंदों ने बनाया रऊफ और जमान का करियर
Tape Ball: हारिस रऊफ और जमान खान जैसे गेंदबाज टेप बॉल क्रिकेट खेलते हुए ही पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम में सेलेक्ट हुए हैं. पाकिस्तान में इस तरह का क्रिकेट बेहद फेमस है.
Tape Ball Cricket In Pakistan: पाकिस्तान में टेप बॉल क्रिकेट बहुत फेमस है. इस तरह के क्रिकेट मैचों में टेनिस गेंद पर टेप लपेटकर खेला जाता है. ऐसा गेंद को लेदर बॉल की तरह भारी बनाने के लिए किया जाता है हालांकि फिर भी यह गेंद लेदर बॉल से हल्की ही होती है. आमतौर पर महंगी लेदर बॉल नहीं ले पाने के कारण गलियों में खेले जाने वाले क्रिकेट में इस तरह के जुगाड़ किए जाते हैं. हालांकि इस तरह की गेंदों से क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब धमाल मचा रहे हैं.
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं. रऊफ के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. उन्हें लेदर बॉल से क्रिकेट खेलना भी कम ही नसीब होता था. ऐसे में वह टेप बॉल से खूब गेंदबाजी करते थे. इन गेंदों से गेंदबाजी करते हुए ही उनकी स्पीड बढ़ी और वह घातक यॉर्कर भी फेंकने लगे. इंटरनेशनल क्रिकेट में वह बतौर तेज गेंदबाज अपना एक खास मुकाम बना चुके हैं.
रऊफ की तरह ही पाकिस्तान के एक और गेंदबाज जमान खान ने भी टेप बॉल से खूब क्रिकेट खेला है. जमान के माता-पिता भी मजदूरी करते हुए घर चलाते थे. जमान को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था. ऐसे में टेप बॉल ही उनका सहारा बनी. इन्हीं गेंदों से अपनी बॉलिंग को निखारते हुए वह इंटरनेशनल लेवल तक पहुंचे.
रियाज़त अली भी टेप बॉल क्रिकेट से निकले
पाकिस्तान में महज रऊफ और जमान ही नहीं बल्कि कई ऐसे गेंदबाज हैं जो टेप बॉल खेलते हुए अब क्रिकेट में अच्छे मुकाम पर पहुंचे हैं. पाकिस्तान सुपर लीग खेलने वाले कई गेंदबाज टेप बॉल क्रिकेट की देन हैं. हाल ही में पाकिस्तान के टेप बॉल क्रिकेटर ने युगांडा की तरफ से खेलते हुए अपनी टीम को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए क्वालिफिकेशन दिलाई है. रियाज़त अली शाह ने पाकिस्तान में टेप बॉल से जमकर क्रिकेट खेला और इसी तरह की गेंदों ने उन्हें ऑलराउंडर बनाया. अब वह यूगांडा की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हैं.
टेप बॉल क्रिकेट के कारण ही टी20 में धमाल मचाते हैं पाक क्रिकेटर्स
पाकिस्तान में खेला जाने वाला टेप बॉल क्रिकेट 10 से 20 ओवरों का ही होता है. यहां एलबीडब्ल्यू जैसे कई सारे नियम नहीं होते. पहली गेंद से ही बल्लेबाज बैट घुमाता है. उधर गेंदबाज चौके-छक्के पड़ने के डर से अपनी गेंदों में अलग-अलग तरह के वैरिएशन लाते हुए स्कोर बोर्ड को बढ़ने से रोकता है. इस दौरान हर थोड़े ओवर्स के बीच गेंद पर टेप लगाने का काम होता रहता है. फटाफट क्रिकेट का यह फॉर्मेट पाकिस्तान में लोकप्रिय है और यही कारण है कि अब इससे निकलते हुए खिलाड़ी इंटरनेशनल लेवल पर नाम कमा रहे हैं.
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