धोनी के ग्लव्स पर 'बलिदान बैज' के चिन्ह से पाकिस्तान के इस मंत्री को मची खलबली
महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स पर 'बलिदान बैज' के चिन्ह को लेकर पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने निशाना साधा है.
भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स विवाद में पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी भी कूद पड़े हैं. फवाद चौधरी ने ट्वीट कर धोनी और भारतीय मीडिया पर निशाना साधा है.
फवाद चौधरी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं ना की माहाभारत लड़ने.
फवाद चौधरी ने धोनी के द्वारा ग्लव्स पर 'बलिदान बैज' के इस्तेमाल किए जाने को लेकर एक टीवी चैनल की बहस के वीडियो पर अपनी राय व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं न कि महाभारत के लिए, भारतीय मीडिया में एक मूर्खतापूर्ण बहस है? भारतीय मीडिया का एक वर्ग युद्ध से इतना प्रभावित है कि उन्हें सीरिया, अफगानिस्तान या रावांडा में भाड़े के सैनिकों के रूप में भेजा जाना चाहिए.''
Dhoni is in England to play cricket not to for MahaBharta , what an idiotic debate in Indian Media,a section of Indian media is so obsessed with War they should be sent to Syria, Afghanistan Or Rawanda as mercenaries.... #Idiots https://t.co/WIcPdK5V8g
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) June 6, 2019
आपको बता दें कि विश्व कप 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने पहले मैच में भारतीय विकेटकीपर धोनी ने अपने गलव्स भारतीय पैरा स्पेशल फोर्स का चिन्ह का इस्तेमाल करते देखा गया था. इसके बाद से ही धोनी का यह गलव्स चर्चा का विषय बना हुआ है.
इतना ही नहीं आईसीसी ने भी बीसीसीआई से अपील करते हुए कहा है कि वह विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी से उनके ग्लव्स पर बने सेना के चिन्ह को हटाने को कहा है. हालांकि सोशल मीडिया पर धोनी की काफी तारीफ हो रही है, लेकिन आईसीसी की सोच और नियम अलग हैं.
आईसीसी के महाप्रबंधक क्लेयर फरलोंग ने कहा, "हमने बीसीसीआई से इस चिन्ह को हटवाने की अपील की है." धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान ब्रिगेड' का चिन्ह है. सिर्फ पैरामिलिट्री कमांडो को ही यह चिन्ह धारण करने का अधिकार है.''
दरअसल धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधी मिली थी. धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है.